वरीय संवाददाता भागलपुर : शहर के बैंकों में नियमित रूप से सायरन की जांच नहीं की जाती है. नतीजतन किसी तरह के हादसे में सायरन बजाने पर भी नहीं बजेगा और अपराधी अपना काम तमाम कर आराम से भाग निकलेंगे. एक बैंक अधिकारी ने बताया कि नियमत: प्रत्येक पंद्रह दिनों के अंदर सायरन की जांच होनी चाहिए पर तीन से छह माह के बाद ही जांच किये जाते हैं. चूंकि सेंट्रलाइज्ड टेंडर के बाद सायरन जांच करने का जिम्मा किसी निजी एजेंसी को दिया जाता है. इसलिए इसमें देरी होती है.
बैंकों में नियमित सायरन की नहीं होती है जांच
वरीय संवाददाता भागलपुर : शहर के बैंकों में नियमित रूप से सायरन की जांच नहीं की जाती है. नतीजतन किसी तरह के हादसे में सायरन बजाने पर भी नहीं बजेगा और अपराधी अपना काम तमाम कर आराम से भाग निकलेंगे. एक बैंक अधिकारी ने बताया कि नियमत: प्रत्येक पंद्रह दिनों के अंदर सायरन की जांच […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement