जांच का जिम्मा एसएसपी ने सिटी एएसपी को दिया है. एसएसपी ने बताया कि सिटी एएसपी की जांच रिपोर्ट के बाद थानेदार पर किसी प्रकार की कार्रवाई की जायेगी. परीक्षार्थी के खिलाफ न पुलिस ने केस दर्ज किया था और न ही केंद्राधीक्षक की ओर से ही प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
इस कारण परीक्षार्थी को पुलिस ने छोड़ दिया था. थानेदार ने इसकी जानकारी वरीय अफसरों को नहीं दी. अब जब मामला खुला, तो एसएसपी ने मामले की जांच का आदेश दिया और संबंधित मजिस्ट्रेट और केंद्राधीक्षक के खिलाफ जांच व कार्रवाई के लिए डीएम को पत्र लिखा. सुमित ने पुलिस को बताया था कि वर्तमान में दिल्ली में प्लस टू स्कूल में शिक्षक है. पढ़ाई के दौरान ओम प्रकाश गिरी नामक व्यक्ति से दोस्ती हुई थी. मेडिकल में आना चाहते थे. इसे लेकर दोस्त से बात करते रहते थे. दोस्त ने परीक्षा से तीन दिन पूर्व बबलू नामक व्यक्ति से भेंट कराया था. बबलू ने ब्लू टूथ डिवाइस की गंजी उसे पटना में उपलब्ध करायी. इसके लिए सात लाख रुपये में बबलू से बात हुई थी.