वे कार्यपालक अभियंता को रिपोर्ट सौंपेंगे. कार्यपालक अभियंता रिपोर्ट को मुख्यालय भेजेंगे. मुख्यालय ने रिपोर्ट को अगर गंभीरता से लिया, तो उम्मीद की जा सकती है कि विक्रमशिला सेतु का मेंटेनेंस होगा. कार्यपालक अभियंता संजय कुमार सिंह ने बताया कि अबतक रिपोर्ट नहीं मिली है.
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विक्रमशिला सेतु की मरम्मत के प्रति विभाग गंभीर नहीं
भागलपुर: विक्रमशिला सेतु जजर्र है. हर बार जांच के बाद विशेषज्ञों की टीम ने इसका खुलासा किया, लेकिन पुल निर्माण निगम सेतु की मरम्मत कराने के प्रति गंभीर नहीं हुआ. इससे 14 साल बाद भी विक्रमशिला सेतु की मरम्मत नहीं हो सकी है. शनिवार को अभियंता एसके वर्मा व मुकेश कुमार की टीम ने जांच […]
भागलपुर: विक्रमशिला सेतु जजर्र है. हर बार जांच के बाद विशेषज्ञों की टीम ने इसका खुलासा किया, लेकिन पुल निर्माण निगम सेतु की मरम्मत कराने के प्रति गंभीर नहीं हुआ. इससे 14 साल बाद भी विक्रमशिला सेतु की मरम्मत नहीं हो सकी है. शनिवार को अभियंता एसके वर्मा व मुकेश कुमार की टीम ने जांच की और कई गड़बड़ियां पकड़ी. टीम ने विक्रमशिला सेतु को बचाने के लिए इसे दुरुस्त करने की जरूरत बतायी है.
ट्रैफिक के लिए विक्रमशिला सेतु पर्याप्त नहीं. विक्रमशिला सेतु ट्रैफिक के लिए पर्याप्त नहीं है. यह तब पर्याप्त नहीं रह जायेगा, तब विजय घाट पुल बन कर तैयार नहीं होगा.गांधी सेतु और मोकामा पुल के बंद रहने से विक्रमशिला सेतु पर ट्रैफिक लोड बढ़ गया है. अक्सर जाम लगने से विक्रमशिला सेतु के सेहत पर भी असर पड़ने लगा है. विक्रमशिला सेतु को लेकर शहरवासी चिंतित हैं.
वर्तमान स्थिति : विक्रमशिला सेतु का स्पेन पोजीशन में नहीं है. बॉल-बेयरिंग और ज्वाइंट एक्सपेंशन गड़बड़ाने से विक्रमशिला सेतु का स्पेन पोजिशन से खिसक गया है. हर स्पेन एक दूसरे से ऊपर-नीचे दिखने लगा है. यह स्थिति गंगा नदी के शुरुआती पिलर के ऊपर स्थित स्पनों के बीच बनी है. वाहनों के आवागमन के झटके से पुल के सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. जाम के कारण पुल ही स्थिति ज्यादा खराब होने लगी है. पुल के स्पेन पर घंटों गाड़ियां जाम में फंसी रहती है, इससे स्पेशन अपने पूर्व अवस्था में लौट नहीं पाता है, जो विक्रमशिला सेतु के लिए ज्यादा नुकसानदेह है.
दिसंबर में निरीक्षण, जनवरी से होना था मेंटेनेंस
दिल्ली की कंस्ट्रक्शन इंक्यूपमेंट कंपनी के तीन सदस्य इंजीनियर उज्जवल कुमार गुप्ता, सुग्रीव कुमार व संजीव कुमार ने पिछले साल दिसंबर में विक्रमशिला सेतु का निरीक्षण किया व तत्कालीन कार्यपालक अभियंता बहादुर चौधरी को जानकारी दी कि पुल का ज्वाइंट एक्सपेंशन और बेयरिंग में खराबी आ गयी है और इसे ठीक कराना जरूरी है. रिपोर्ट के आधार पर विक्रमशिला सेतु का रखरखाव नये साल की शुरुआत से होने की संभावना बनी थी, लेकिन मुख्यालय भेजी गयी रिपोर्ट धूल फांक रही है.
वर्ष 2011 में भी सेतु का हुआ निरीक्षण
वर्ष 2011 में तत्कालीन कार्यपालक अभियंता भगवान राम के कार्यकाल में विक्रमशिला सेतु का निरीक्षण कराया गया था. पुल की फोटोग्राफी हुई व रिपोर्ट बनी थी. रिपोर्ट मुख्यालय भेजी गयी. नक्शा नहीं मिलने से मामला टल गया.
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