भागलपुर: सबौर ग्रिड में शुक्रवार को अचानक आयी खराबी के कारण शुक्रवार सुबह 10: 40 से लगातार 16 घंटे तक शहर में ब्लैक आउट रहा. खराबी दूर करने में स्थानीय इंजीनियरों के नाकाम रहने के बाद पटना से टेक्निकल एक्सपर्ट की टीम बुलायी गयी. इस टीम ने शुक्रवार की देर रात 2:45 बजे बिजली तो बहाल कर दिया, लेकिन संकट पूरी तरह दूर नहीं हुआ. शनिवार को हर तीन घंटे पर आधा घंटा बिजली मिलने से लोग परेशान रहे.
सबौर ग्रिड के अधिकारियों की मानें, तो रविवार को भी लोगों को बिजली संकट ङोलना पड़ेगा. पिछले दो माह से छह करोड़ रुपये खर्च कर ग्रिड को आधुनिक बनाया जा रहा है. इसमें साढ़े तीन करोड़ रुपये सामान पर खर्च किये गये हैं और एक करोड़ मेंटेनेंस पर. इसके बावजूद यह दूसरी बार है, जब ग्रिड का पूरा सिस्टम फेल हो गया.इसके कारण मुख्यालय से पर्याप्त बिजली मिलने के बावजूद शहरवासियों को बिजली संकट ङोलना पड़ रहा है.
एटीएम रहे ठप, ऑपरेशन में आयी बाधा : शुक्रवार को लगातार बिजली नहीं मिलने और शनिवार को कम बिजली मिलने से शहर में त्रहिमाम की स्थिति रही. ऊमस भरी गरमी से लोग बेहाल रहे. पूरे शहर में जल संकट रहा. पानी के लिए लोग भटकते नजर आये. बिजली नहीं होने से शहर के लगभग सभी एटीएम ठप हो गये. बाजार में व्यवसाय प्रभावित हुआ. अस्पताल में ऑपरेशन व अन्य कई उपचार में बाधा आयी. बिजली नहीं रहने और शुक्रवार से अचानक गरमी के बढ़ जाने से लोगों की परेशानी और बढ़ गयी. शुक्रवार को आक्रोशित लोग सड़क पर भी उतर आये. लोगों ने नाथनगर और घंटा घर चौक पर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. संकट को लेकर चेंबर के पदाधिकारी सोमवार को बैठक कर आगे की रणनीति बनायेंगे. अध्यक्ष शैलेंद्र सर्राफ ने बताया कि इस संबंध में अधिकारियों से भी बात की जायेगी. दूसरी ओर बिजली उपभोक्ता संघर्ष समिति के प्रकाश चंद्र गुप्ता ने बताया कि समिति के सदस्य सोमवार को डीएम सहित सभी पदाधिकारियों से मिलेंगे.
शनिवार को भी दिन भर फॉल्ट तलाशती रही टीम
सबौर ग्रिड में अचानक आयी खराबी को दूर करने के लिए स्थानीय इंजीनियरों की टीम ने सात घंटे लगाये, लेकिन वे फॉल्ट तलाश नहीं कर पाये. इसके बाद पटना मुख्यालय को सूचना दी गयी. वहां से रात साढ़े 11 बजे टेक्निकल एक्सपर्ट की टीम सबौर पहुंची. इस टीम को भी फॉल्ट तलाश करने में साढ़े 16 घंटे लग गये. हालांकि शुक्रवार की रात झारखंड का एक ग्रिड बंद कर सबौर ग्रिड के दो में से एक पावर ट्रांसफॉर्मर (संख्या दो) को तो चालू कर बिजली बहाल कर दिया गया, लेकिन यह टीम भी फॉल्ट तलाश नहीं कर पायी. शनिवार को दिन भर यह टीम फॉल्ट तलाशने में लगी रही. आखिरकार शाम चार बजे पता चला कि ग्रिड के करंट ट्रांसफॉर्मर में खराबी है.
टाइम लाइन
शुक्रवार की सुबह 10:40 बजे ठप हो गयी शहर की बिजली
शाम 5: 30 बजे तक भागलपुर के इंजीनियर ढूंढ़ते रहे फॉल्ट
शाम 5.35 बजे पटना को दी
गयी सूचना
शाम 6:00 बजे पटना से रवाना हुई एक्सपर्ट इंजीनियरों की टीम
रात 11:30 बजे सबौर ग्रिड पहुंची पटना की टीम
रात 2:45 बजे झारखंड का ग्रिड बंद कर चालू हुआ सबौर ग्रिड का एक ट्रांसफॉर्मर, छिटपुट आपूर्ति हुई बहाल
शनिवार शाम 4:00 बजे फॉल्ट का चला पता
शाम 4.10 बजे करंट ट्रांसफॉर्मर बदलने का निर्णय
आज सामान्य होगी विद्युत आपूर्ति
जिले में बिजली की स्थिति को लेकर मुख्यालय को सूचना दे दी गयी है. इसी सूचना पर मुख्यालय से इंजीनियरों की टीम आयी है. टीम ने बिजली को चालू किया. फिलहाल रोटेशन के आधार पर बिजली दी जा रही है.
डॉ वीरेंद्र प्रसाद यादव, डीएम
ग्रिड का सिस्टम अचानक फेल कर गया और बिजली बंद हो गयी. काफी प्रयास के बाद भी जब कारण का पता नहीं चला, तो पटना से टेक्निकल टीम बुलायी गयी. इस बीच संचरण लाइन ट्रिप करता रहा और हरेक सर्किट ब्रेक डाउन हो गया. पटना की टीम ने अंतिम प्रयास रात 2.45 बजे किया. एक पावर ट्रांसफॉर्मर चालू हो सका और बिजली बहाल हो पायी. खराबी करंट ट्रांसफॉर्मर में है. पूर्णिया से करंट ट्रांसफॉर्मर मंगाया जा रहा है. रविवार सुबह तक बिजली व्यवस्था दुरुस्त हो जायेगी.
गोपाल सिंह परमार, अधीक्षण अभियंता
ट्रांसमिशन विभाग, सबौर
भागलपुर में करंट ट्रांसफॉर्मर में हाइ रेसिस्टेंस फॉल्ट होने के बाद सबौर ग्रिड उप केंद्र को दूसरे ग्रिड उप केंद्र से शनिवार देर रात नया करंट ट्रांसफॉर्मर उपलब्ध करा दिया गया है. नये करंट ट्रांसफॉर्मर के लगाने के बाद इसके टेस्टिंग का काम होगा. रविवार सुबह तक बिजली आपूर्ति सामान्य हो जायेगी.
हरेराम पांडेय, डीजीएम सह प्रवक्ता
बिहार स्टेट पावर होल्डिंग
सहायक अभियंता पर गिरी गाज
ट्रांसमिशन विभाग के सहायक अभियंता अर्जुन कुमार को निलंबित करने की चर्चा है. उन पर विभागीय कार्रवाई की जाने की बातें कही जा रही है. इस संबंध में सुपरिटेंडेंट इंजीनियर गोपाल सिंह परमार ने बताया कि अजरुन का ट्रांसफर बरौनी थर्मल पावर किया गया है.