वह सभा के अन्य पदाधिकारियों के साथ बुधवार को नवगछिया में प्रेस वार्ता में बोल रहे थे. उन्होंने बताया कि 26 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में आयोजित हो रही तेली समाज की अधिकार रैली में उन लोगों की दो मांगें थीं. पहली अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करना व दूसरा तेली समाज को सत्ता में हिस्सेदारी मिले.
अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की मांग तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक में पूरी कर दी है. इसके लिए तेली समाज उन्हें साधुवाद देती है. उन्होंने कहा कि अधिकार रैली में राजनीति में हिस्सेदारी को लेकर आवाज उठायी जायेगी. भागलपुर तेली समाज के संयोजक रंजीत साह ने कहा कि भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल के तेली समाज को प्रताड़ित किया जा रहा है. इस समाज के लोगों के साथ आपराधिक घटनाएं होती हैं. इसके खिलाफ भी हम आवाज उठायेंगे.