आग लगते ही स्थानीय ग्रामीणों में दमकल को भी सूचित किया था, लेकिन दमकल पहुंचने से पहले की आग पर काबू पा लिया गया था. ग्रामीणों ने बताया कि आग उस समय लगी जब अधिकतर लोग घरों में खाना खा रहे थे. घर के लोगों, बच्चे और महिलाओं ने भाग कर अपनी जान बचायी. पीड़ितों परिवारों में गुलाबी, दामोदर, मसोमात रेखा देवी, विलास, फकीर, भिखारी हैं.
दामोदर ने कहा कि आज ही दिन में उसने 35 हजार रुपये में सूअरों को बेचा था. सारे पैसे घर में रखे थे. पीड़ित परिवारों का कहना है कि आग लगी में उन लोगों का कुल मिला कर पांच लाख रुपये से अधिक की क्षति हो गयी है. देर शाम ग्रामीणों ने इसकी सूचना जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों को दी. भवानीपुर थानाध्यक्ष एके आजाद गांव पहुंचे. पीड़ित परिवार पूरी तरह से खुले आसमान के नीचे आ गये हैं. स्थानीय ग्रामीण समाजसेवी व अधिवक्ता पवन यादव ने स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को जल्द से मुआवजा व पक्का मकान देने की मांग की है.