भागलपुर: जिला में कुल 18,717 चापानल संस्थापित हैं, जिनमें से लगभग 5500 चापानल बेकार हो चुके हैं. यह जानकारी लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचइडी) के कार्यपालक अभियंता ने प्रमंडलीय आयुक्त की अध्यक्षता में बाढ़-सुखाड़ की पूर्व तैयारी को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में दी. उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिला का जलस्तर पिछले वर्ष से करीब दो फीट नीचे चला गया है, जिसके कारण यह परेशानी हुई है.
कार्यपालक अभियंता ने बताया कि जिला में खराब 2122 चापानल मरम्मत के लायक हैं, जिनकी मरम्मती आकस्मिक कार्ययोजना के तहत करायी जा रही है. प्रमंडलीय आयुक्त मिन्हाज आलम ने चापाकलों की अद्यतन स्थिति को पंचायतवार सूचिबद्ध करते हुए प्रखंड स्तर पर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने जिला में कार्यरत पीएचइडी के कनीय अभियंता का प्रखंडवार कार्यस्थल एवं संबंधित प्रखंड में उनकी उपस्थिति का दिन सप्ताहवार तय कर रोस्टर बनाने को कहा. बैठक में बताया गया कि भागलपुर जिला में 130 पंचायतों के 371 टोलों व बांका जिला में 21 पंचायतों को संभावित पेयजल समस्या के लिए चिह्न्ति किया गया है. आकस्मिकता कि स्थिति में इन पंचायतों में टैंकर के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराने की कार्ययोजना बनायी गयी है. इसके लिए रूट चार्ट व जल स्त्रोत का निर्धारण कर लिया गया है.
आयुक्त ने टैंकर से ढुलायी के लिए ट्रैक्टर के दर का पूर्व निर्धारण तथा वैसे चिह्न्ति जलस्नेत जहां बिजली की व्यवस्था नहीं है को जेनेरेटर से संचालित करने की वैकल्पिक व्यवस्था करने का निदेश दिया. बैठक में आयुक्त के सचिव, अपर समाहर्ता भागलपुर, अधीक्षण अभियंता विद्युत, पीएचइडी, क्षेत्रीय उप निदेशक (स्वास्थ्य), जिला आपदा शाखा भागलपुर के प्रभारी पदाधिकारी, पीएचइडी भागलपुर व बांका के कार्यपालक अभियंता, जिला कृषि पदाधिकारी आदि उपस्थित थे.
चैनल का निर्माण मनरेगा से : प्रमंडलीय आयुक्त श्री आलम ने बैठक के दौरान लघु सिंचाई विभाग को राजकीय नलकूपों से सिंचाई के लिए चैनल का निर्माण व जीर्णोद्धार का कार्य यथासंभव मनरेगा से कराने का निर्देश दिया है.
बैठक में बताया गया कि फेज 11 के तहत भागलपुर जिला में 14 नलकूपों व बांका जिला में तीन नलकूप को ऊर्जान्वित करने की कार्रवाई की जा रही है. जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि भागलपुर जिला में कम बारिश की स्थिति में वैकल्पिक फसल के रूप में मक्का व सब्जी की खेती कराने की कार्ययोजना बनायी गयी है. इसके लिए बीज उपलब्ध कराने के लिए एजेंसी को अधियाचना भेजी जा चुकी है. आयुक्त श्री आलम ने आकस्मिकता की स्थिति में पशु शिविर लगाने के लिए अभी से ही स्थल चयन कर सूची जमा करने का निर्देश पशु पालन पदाधिकारी को दिया है.