संवाददाता, भागलपुर शौचालय की नवनिर्मित टंकी का सेंटरिंग खोलने से पहले उसकी जांच नहीं की गयी. टंकी का मुंह पिछले कई महीनों से बंद था. इस कारण भीतर जहरीली गैस बन गयी थी. गैस बनाने में टंकी में जमा पानी सहायक साबित हुआ. टंकी का मुंह भी काफी छोटा था. इस कारण ढक्कन के खुलने के साथ ही सारी गैस टंकी से नहीं निकल पायी. दोनों मिस्त्री को इसका अहसास नहीं हुआ. जबकि ऐसी गहरी टंकी में उतरने से पूर्व मैनुअली कई तरीके से जांच की जाती है. माचिस की तीली जला कर टंकी मंे फेंका जाता है. पेट्रोल डाला जाता है ताकि यह पता चल सके कि भीतर कोई ज्वलनशील गैस तो नहीं है. लेकिन मकान-मालिक ने ऐसी कोई जांच नहीं की और न ही करवायी. सीढ़ी के नीचे बनी है टंकी काफी कम जगह में बंटी सिन्हा मकान का निर्माण करवा रहे हैं. कम जगह रहने के कारण सीढ़ी के नीचे शौचालय की टंकी बनायी गयी है. घर की चौड़ाई काफी कम है. दोनों ओर जगह भी नहीं छोड़ा गया है.लगा नहीं था कि मौत हो जायेगीमुहल्लेवासियों ने बताया कि जब टंकी में दोनों मिस्त्री बेहोश हो गये तो किसी को यह नहीं लगा था कि दोनों की मौत हो जायेगी. लोगों को लगा कि टंकी के भीतर गरमी के कारण दोनों बेहोश हो गये हैं. चल रही थी धड़कनमृतक इश्तियाक के भांजा राजा ने बताया कि जब वह टंकी में घुसा, तो दोनों की धड़कनें चल रही थी. राजा ने दोनों की छाती में कान लगा कर धड़कन की जांच की. इसके बाद वह भीतर से ही मदद के लिए चिल्लाया, पर मो पप्पू को छोड़ कोई उसकी मदद को आगे नहीं आया.
BREAKING NEWS
टंकी बंद रहने के कारण बना गैस
संवाददाता, भागलपुर शौचालय की नवनिर्मित टंकी का सेंटरिंग खोलने से पहले उसकी जांच नहीं की गयी. टंकी का मुंह पिछले कई महीनों से बंद था. इस कारण भीतर जहरीली गैस बन गयी थी. गैस बनाने में टंकी में जमा पानी सहायक साबित हुआ. टंकी का मुंह भी काफी छोटा था. इस कारण ढक्कन के खुलने […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement