मुजफ्फरपुर व गया की अपेक्षा भागलपुर में अधिक किराया वसूला जा रहा है. मुजफ्फरपुर में 10 किलोमीटर का किराया 14 रुपये है. वहीं गया में पांच किलोमीटर का किराया आठ रुपये है तो भागलपुर में 10 किलोमीटर तक की दूरी के लिए यात्रियों को 20 रुपये चुकाना पड़ रहा है. मुजफ्फरपुर और गया में अभी बढ़े किराये को नहीं कम नहीं किया गया है. यहां पर भी किराया घटाने को लेकर आंदोलन जारी है. इसके विपरीत पटना में प्रशासनिक व सामाजिक पहल पर किराया घटाया जा चुका है.
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भागलपुर में वसूलते हैं अधिक किराया
भागलपुर: डीजल की कीमत में कमी आने के बाद बस व ऑटो किराया भी कम होने की उम्मीद बंधी है. इसी उम्मीद के साथ अधिकांश सवारी ऑटो व बस वाले को कम किराया देते हैं, लेकिन गाड़ी वाले मनमानी करते हुए गाड़ी से सवारी को या तो उतरने को कहते हैं, या बदतमीजी से पेश […]
भागलपुर: डीजल की कीमत में कमी आने के बाद बस व ऑटो किराया भी कम होने की उम्मीद बंधी है. इसी उम्मीद के साथ अधिकांश सवारी ऑटो व बस वाले को कम किराया देते हैं, लेकिन गाड़ी वाले मनमानी करते हुए गाड़ी से सवारी को या तो उतरने को कहते हैं, या बदतमीजी से पेश आते हैं.
कहीं फिर किराया न बढ़ जाये
एक ओर जहां डीजल की कीमत घटने के बाद किराया नहीं घटने से लोगों को महंगाई की मार ङोलनी पड़ रही है. वहीं दूसरी ओर उन्हें इस बात का भय सता रहा है, कि एक -दो रुपये घटे डीजल के भाव बढ़ने पर कहीं इस बढ़े किराये को ही आधार किराया बना कर किराया नहीं बढ़ा दिया जाये. पूर्व में जब-जब डीजल के भाव में 50 पैसे से लेकर एक या दो रुपये की वृद्धि हुई है, तो हर बार एक से दो रुपये प्रति व्यक्ति किराया बढ़ाया गया. इस प्रकार अब तक 10 से 20 रुपये तक अलग-अलग स्थानों के किराया बढ़ाये जा चुके हैं.अभी आठ माह में लगातार डीजल के भाव 12 रुपये तक घट चुके हैं. लेकिन बढ़े किराये को कम नहीं किया गया है. लोगों का कहना है कि हरेक स्थानों के किराये घटाने की घोषणा परिवहन संगठन की ओर कर दी गयी, जो कि समुचित नहीं थी.
डीजल की कीमत कम होने का फायदा आम लोगों नहीं मिल रहा है. ऑटो, बस से लेकर रेल किराया व माल भाड़ा तक को घटाना चाहिए. इसके लिए शीघ्र ही आंदोलन किया जायेगा. रिंकु, जिला सचिव, भाकपा माले
रोजाना अलीगंज से भीखनपुर अपनी दुकान पर आती हूं. डीजल के भाव बढ़ने पर तीन रुपये से बढ़ कर पांच रुपये तक ऑटो किराया हो गया. डीजल की कीमत घटने पर किराया पूर्ववत होना चाहिए.
साधना मिश्र, अलीगंज
शाहकुंड प्रखंड के परहरिया जाने में 40 रुपये लगता है, जबकि पहले 30 रुपये लगता था. अब डीजल के भाव घटने पर 30 रुपये होना चाहिए. गाड़ी वाले कम किराया लेने में अपशब्द का इस्तेमाल करते हैं. रितेश कुमार, परहरिया
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