लेकिन इस ओर जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों का ध्यान नहीं जाता. यह स्थिति काली पूजा के बाद से ही बनी हुई है. सड़क पर नाले का पानी जमा पड़ा है, लोग मुश्किल से सड़क से गुजर पा रहे हैं. बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्ष व अन्य अधिकारियों की गाड़ी तो निकल जाती है, लेकिन कोई भी सफाई को लेकर पहल नहीं करते. नाले की सफाई नहीं होने से रोजाना हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
स्कूली बच्चे व साइकिल से जाने वाली लड़कियां अक्सर गिर पड़ती हैं और नाले के पानी में किताब-कॉपी बरबाद हो जाता है. दुकानदारों के व्यवसाय पर असर पड़ रहा है. दवा दुकानदार नवीन कुमार ने बताया कि पिछले दिनों सरस्वती मूर्ति विसजर्न के दौरान दो बच्चे नाली में गिर गये थे. स्थानीय लोगों ने बताया कि पुलिया जाम हो जाने से नाले का पानी बनभोकरा पोखर तक नहीं जा पा रहा.