रोशन बीएन ने बताया कि भ्रमण पर निकले छह माह बीत चुका है. इस दौरान कई राज्यों का भ्रमण किया. इस क्रम में प्राथमिक, मध्य व माध्यमिक विद्यालयों का निरीक्षण किया. शिक्षा से संबंधित जानकारी जुटाने पर पता चला कि विद्यालयों में कई प्रकार की समस्या है, इससे छात्रों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रहा है. अधिकतर विद्यालयों में बेंच-डेस्क, पेयजल, चहारदीवारी, क्लास रूम व शिक्षकों की काफी कमी है. बंगाल व बिहार में शिक्षा पिछड़ा है. विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को अंगरेजी में नाम तक लिखने नहीं आता हैं.
इन तमाम चीजों की रिपोर्ट तैयार कर रोटरी इंडिया लिटेरसी में जमा करेंगे, ताकि शिक्षा के गिरते स्तर व प्रत्येक व्यक्ति को साक्षर बनाया जा सके. प्रेस वार्ता में साक्षरता प्रमुख आलोक अग्रवाल, उप जिला पाल रूप कुमार आदि उपस्थित थे.