कोर्ट ने इस कांड में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया था. इसके बाद पुलिस हरकत में आयी और दोनों को दबोचा. केस में तीन आरोपी हरविंदर मंडल, उसका बेटा प्रकाश मंडल, पत्नी शारदा देवी उर्फ श्रद्धा देवी अब तक फरार हैं. जबकि एक आरोपी पंचानंद मंडल जेल में आजीवन सजा काट रहा है. कांड के एक अन्य आरोपी मांगन मंडल (पंचानंद मंडल के पिता) की मौत भी हो चुकी है. मामले में कुल साल आरोपी बनाये गये थे. फरार आरोपियों के खिलाफ कोर्ट से वारंट भी निर्गत हो चुका है. आरोपियों की गिरफ्तारी न होने की सूरत में कोर्ट ने कड़ा रुख अख्तियार किया था. इसके बाद पुलिस की विशेष टीम का गठन किया गया. टीम में मोजाहिदपुर इंस्पेक्टर मनोरंजन भारती, जीरोमाइल थानेदार प्रवीण झा, सबौर थानेदार रीता कुमारी को शामिल किया गया. सूचना के आधार पर टीम ने खरीक के आठगामा गांव में सोमवार की रात छापेमारी कर दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
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मुखिया रामदास मंडल हत्या कांड. सुप्रीम कोर्ट कर रहा है केस की मॉनीटरिंग, 25 साल से फरार दो हत्यारोपी गिरफ्तार
भागलपुर: मुखिया रामदास मंडल की हत्या में 25 साल से फरार चल रहे दो आरोपी को जीरोमाइल पुलिस ने खरीक थाना क्षेत्र के अठगामा गांव से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार धनंजय मंडल और उसकी मां तलाशो देवी अठगामा की रहनेवाली है. इस केस की मॉनीटरिंग सुप्रीम कोर्ट कर रहा है. कोर्ट ने इस कांड में […]
भागलपुर: मुखिया रामदास मंडल की हत्या में 25 साल से फरार चल रहे दो आरोपी को जीरोमाइल पुलिस ने खरीक थाना क्षेत्र के अठगामा गांव से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार धनंजय मंडल और उसकी मां तलाशो देवी अठगामा की रहनेवाली है.
इस केस की मॉनीटरिंग सुप्रीम कोर्ट कर रहा है.
घर में घुस कर मुखिया को मारी थी गोली
पांच अक्तूबर 1985 को सबौर थाना क्षेत्र के मीराचक गांव (अब जीरोमाइल थाना क्षेत्र) में आरोपियों ने मुखिया रामदास मंडल को घर में घुस कर गोली मार दी थी. इस मामले में सबौर थाना कांड संख्या-179/85 दर्ज किया गया था. मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ था. घटना के पांच साल बाद 1990 में पुलिस ने दो आरोपी धनजंय मंडल और उसकी मां तलाशो देवी को गिरफ्तार किया, जिन्हें कोर्ट ने जमानत दे दी थी. इसके बाद हाइकोर्ट ने आरोपियों के खिलाफ इस मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई और उनकी गिरफ्तारी का आदेश जारी किया. बेलआउट होने के बाद पंचानंद को छोड़ बाकी सारे आरोपी फरार चल रहे थे.
जेल से मिला आरोपियों का सुराग
पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही थी, लेकिन उनका ठिकाना नहीं मिल रहा था. तब जाकर पुलिस ने जेल में बंद पंचानंद मंडल से पूछताछ की. पंचानंद मंडल ने आरोपियों के बारे में पुलिस को जानकारी दी. तब जाकर पुलिस ने खरीक में छापेमारी कर दो आरोपियों को दबोचा.
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