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25 जवान व एक दारोगा की तैनाती का आश्वासन, विधायक ने तोड़ा अनशन

भागलपुर: विक्रमशिला सेतु पर पुलिस बल की मांग व जाम की समस्या से निजात दिलाने की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से अनशन कर रहे बिहपुर विधायक ई शैलेंद्र ने गुरुवार को अपना अनशन समाप्त कर दिया. इससे पूर्व विधायक समर्थकों व विधायक ने अनशन स्थल (प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय के सामने) पर पांच तक […]

भागलपुर: विक्रमशिला सेतु पर पुलिस बल की मांग व जाम की समस्या से निजात दिलाने की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से अनशन कर रहे बिहपुर विधायक ई शैलेंद्र ने गुरुवार को अपना अनशन समाप्त कर दिया. इससे पूर्व विधायक समर्थकों व विधायक ने अनशन स्थल (प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय के सामने) पर पांच तक घंटे रोड जाम कर दिया.

भवन के पास लगता है शराबियों का जमघट : दो दिनों तक इस मामले में शांत पड़ी जिला व पुलिस प्रशासन भाजपा समर्थकों के तेवर देख तीसरे दिन हरकत में आयी. जिला प्रशासन के निर्देश पर डीडीसी डॉ चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी विवेक कुमार एवं नवगछिया एसपी शेखर कुमार ने पुल पर 25 जवान व एक दारोगा की तैनाती का आश्वासन दिया तब विधायक ने अपना अनशन समाप्त किया. इसके अलावा टॉल टैक्स के पास बने भवन को भी तोड़ने की बात कही गयी. वहां हमेशा शराबियों का जमघट लगा रहता है और अवैध वसूली की जाती है. वाहन चालक लोगों को उतारते-चढाते हैं, जिससे जाम की स्थिति बनी रहती है.

सरकार व प्रशासन के बीच तालमेल का अभाव : विधायक ने अनशन समाप्त करने के बाद कहा कि उनकी मांग पर एसएसपी ने राज्य सरकार से 50 पुलिस बल की मांग की थी. यह भी कहा था कि जाम से निजात के लिए सिर्फ पुल पर इतने जवानों की तैनाती करनी होगी. एसएसपी ने बताया था कि जिला में जवानों की कमी है. विधायक के अनुसार एसएसपी की इस रिपोर्ट को विधानसभा में तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया और संबंधित मंत्री ने झूठ बोला. उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि सरकार व प्रशासन के बीच तालमेल का अभाव है.

चुभ गयीं नवगछिया एसपी की बातें

अनशन स्थल पर बैठे विधायक को नवगछिया एसपी शेखर कुमार की बातें चुभ गयीं और वह फूट-फूट कर रो पड़े. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार विधायक को समझाने आये नवगछिया एसपी ने उनको कहा कि एक जनवरी है. नया साल है. यह क्या कर रहे हैं. तोड़ दीजिए अनशन. एसपी की बात विधायक को चुभ गयी. वह रो पड़े. उन्होंने एसपी से पूछा कि क्या जनप्रतिनिधि को जनता की समस्या को उठाने का अधिकार नहीं है? क्या वह आज बैठे हैं अनशन पर? उन्होंने नवगछिया एसपी से पूछा कि जब उनसे इतना अच्छा संबंध है तो फिर वह (एसपी) क्यों नहीं आये? फोन भी नहीं किया? विधायक ने एसपी से पूछा कि अगर उनका बेटा तीन दिन से भूखा हो तो वह क्या करेंगे, डांटेंगे या फिर गले लगायेंगे? फिर क्यों एक जनप्रतिनिधि के साथ ऐसी बेरुखी की गयी? इतना कह वह फूट-फूट कर रो पड़े. वहां मौजूद सभी की आंखे नम हो गयीं. नवगछिया एसपी चुप हो गये. बाद में जिलाध्यक्ष नभय चौधरी व अन्य ने उन्हें चुप कराया. इस दौरान विधायक ने कहा कि उनके साथ चाहे जो हो, वह जनता के साथ हैं और रहेंगे.

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