भागलपुर: मध्याह्न् भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने व छपरा हादसे के बाद एहतियात बरतने के लिए डीएम प्रेम सिंह मीणा ने सभी बीइओ (प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी) व बीडीओ (प्रखंड विकास पदाधिकारी) के साथ बैठक की. बैठक में उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि यदि एमडीएम में गड़बड़ी पायी गयी तो बीइओ भी नपेंगे और उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. साथ ही उन्होंने एमडीएम की होने वाली जांच की गुणवत्तापूर्ण करने का भी निर्देश दिया.
बैठक में बताया गया कि अब तक बीइओ तकनीकी कारणों से एमडीएम की जांच नहीं करते थे. इस पर डीएम ने सभी बीइओ को प्रत्येक माह में कम से कम 20 प्रतिशत विद्यालय में एमडीएम की जांच सुनिश्चित करने का निर्देश दिया और कहा कि यदि एमडीएम में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायत मिलती है तो उन पर भी कार्रवाई की जायेगी. साथ ही उन्होंने सभी बीडीओ को भी रोस्टर के अनुसार विद्यालय की जांच व एमडीएम की जांच करने का निर्देश दिया. डीएम श्री मीणा ने इसके अलावा प्रत्येक बुधवार को होने वाली मनरेगा जांच टीम को मनरेगा के साथ-साथ एमडीएम की जांच करने को भी कहा. बैठक में बताया गया कि संवेदक नहीं रहने के कारण प्रखंड बिहपुर, गोपालपुर, सबौर, नारायणपुर व इस्माइलपुर में एमडीएम के खाद्यान्न का उठाव नहीं हो रहा है.
डीएम श्री मीणा ने सभी बीइओ को निर्देश दिया वह जहां भी संवेदक के कारण खाद्यान्न का उठाव नहीं हो रहा है, वहां के खाद्यान्न का स्वयं उठाव करवा कर स्कूल तक पहुंचाना सुनिश्चित करें. उन्होंने स्कूलों में होने वाले खाद्यान्न का भंडारण ाही तरीके से करने का निर्देश देते हुए कहा कि पहले आने वाले खाद्यान्न का पहले खपत किया जाये, ताकि वह खराब न हो. उन्होंने कहा कि भंडारण सही नहीं होने पर कार्रवाइ होगी. बैठक में डीडीसी राजीव प्रसाद सिंह रंजन, एडीएम श्यामल किशोर पाठक, मध्याह्न् भोजन प्रभारी वरीय उपसमाहर्ता ईष्टदेव महादेव सहित विभिन्न बीइओ व बीडीओ उपस्थित थे.