भागलपुर: तिलकामांझी संयुक्त कृषि भवन परिसर में आयोजित दो दिवसीय मेला ऑनलाइन आवेदन करने वाले किसानों तक ही सीमित होकर रह गया है.
मेले में आनेवाले किसानों को पहले साइट पर रजिस्ट्रेशन करा कर कृषि यंत्र खरीदने की इच्छा जाहिर करनी होगी, जिस पर विभाग अपनी अंतिम संस्तुति प्रदान करेगा. विभाग के इस अजीबोगरीब नियम से मेले के सार्वजनिक आयोजन पर सवाल खड़ा कर दिया. इंटरनेट जैसे हाइटेक तंत्र से बेखबर किसान मेले का किस तरह से लाभ उठा पायेंगे यह यक्ष प्रश्न बन गया है.
किसानों का दर्द
गरहोतिया निवासी रामधन, जीछो निवासी नित्यानंद के मुताबिक कृषि यांत्रिकीकरण मेले को किसी बंधन में बांध कर रखना समझ से परे हैं. इसमें तो रजिस्ट्रेशन जैसे अड़चन को नहीं डालना चाहिए. निश्चित तौर पर इस मामले में विभाग को कुछ सोचना होगा. विभाग की ओर से मेले का व्यापक स्तर पर प्रचार किया जाता है, तो फिर रजिस्ट्रेशन जैसी बाध्यता समझ से परे है.
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए किसानों को विभाग के वेब पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा, वो भी प्रखंड स्तर पर. इसके लिए विभाग की ओर से सहायक कृषि समन्वयक की व्यवस्था है, जो इस मामले में किसानों को समझाते हैं. दरअसल प्रखंड स्तर पर कृषि यंत्र खरीदने को लेकर विभाग की गाइड लाइन है, इसमें फिट होने वाले किसानों को ही संबंधित यंत्र खरीदने की अनुमति के बारे में विभाग के पास सूचना आती है. जिस पर विभाग अपनी अंतिम संस्तुति प्रदान करता है.
डॉ चंद्रशेखर सिंह, जिला कृषि अधिकारी