भागलपुर: अपने स्कूलों की विवरणी देकर राज खुल जाने के भय से भागलपुर के 200 से अधिक निजी स्कूल प्रबंधन सरकार की नजर में नहीं आना चाहते. समय रहते स्कूलों ने विभाग के निर्देश का अनुपालन नहीं किया, तो भविष्य में उन स्कूलों का पंजीयन होना मुश्किल हो जायेगा.
इस बाबत सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय ने जिले के सभी संबंधित निजी स्कूलों को पत्र जारी किया है. पत्र में कहा गया है कि 20 दिसंबर तक यू-डायस के तहत विवरणी नहीं भेजनेवाले स्कूलों के पंजीयन पर विचार किया जाना संभव नहीं होगा.
मानक पर नहीं चल रहे 129 स्कूल : पिछले वर्ष 313 स्कूलों ने पंजीयन (प्रस्वीकृति) के लिए सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय को आवेदन सौंपा था. पंजीयन देने के लिए विभाग ने स्कूलों की जांच करायी थी. इसमें 129 स्कूल मानक पर खरा नहीं उतरे थे. लिहाजा इन स्कूलों को पंजीकृत करने पर रोक लगा दी गयी थी. तत्कालीन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने बताया था कि जब तक ये स्कूल मानक को पूरा नहीं कर लेते, इनको पंजीकृत नहीं किया जायेगा.
यू-डायस के तहत स्कूलों को फॉरमेट उपलब्ध कराया गया है. स्कूलों के संचालकों के साथ बैठक कर इसे जमा करना आवश्यक बताया जा चुका है. 20 दिसंबर तक फॉरमेट भर कर जमा नहीं करनेवाले स्कूलों के पंजीयन पर विचार नहीं किया जायेगा.
नसीम अहमद, डीपीओ
सर्व शिक्षा अभियान
क्या है यू-डायस
यू-डायस (शिक्षा के लिए एकीकृत जिला सूचना प्रणाली) के तहत निजी स्कूलों को एक प्रपत्र उपलब्ध कराया गया है. यह उन स्कूलों को उपलब्ध कराया गया है, जहां पहली से 12वीं कक्षा तक की शिक्षा दी जा रही है. प्रपत्र में स्कूलों की विवरणी भर कर सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय में जमा करना है.
विवरणी में होगा
विद्यालय का नाम व पता
विद्यालय की श्रेणी
विद्यालय का प्रकार
मान्यता मिलने का वर्ष
कक्षाओं की संख्या
कुल बच्चों की संख्या
विभिन्न वर्ग के लिए शिक्षक
कमजोर वर्ग के कितने बच्चे नामांकित
भवन व फर्नीचर की स्थिति
शौचालय व टायलेट की संख्या
पेयजल का स्नेत
बिजली की स्थिति
पुस्तकालय है या नहीं
दैनिक समाचार मंगाते या नहीं
खेल मैदान, कंप्यूटर
स्वास्थ्य कितनी बार की
छात्र-छात्राओं का कोटिवार विवरण आदि