भागलपुर: केएनएच होमियोपैथिक मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल का भारत सरकार की टीम ने मंगलवार को निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान टीम के सदस्यों ने कॉलेज में कितनी सीट व कितने शिक्षक हैं, इसकी जानकारी ली.
इसके साथ ही अन्य संसाधनों के बारे में जानकारी हासिल की गयी. कॉलेज के प्राचार्य डॉ जय शंकर कपूर ने बताया कि कॉलेज में 31 फुल टाइमर स्टाफ एवं आठ गेस्ट लेरर हैं. कॉलेज में न्यूनतम 25 बेड होना चाहिए पर हमारे यहां 52 बेड का हॉस्पिटल है. आउटडोर सुबह आठ से ग्यारह एवं अपराह्न् तीन से संध्या पांच बजे तक चलता है.
इसमें रोजाना डेढ़ सौ मरीजों की जांच की जाती है. 2012-13 में नामांकन हुआ है. उसके बाद अभी नहीं हुआ है. भारत सरकार ने अभी देश के सभी होमियोपैथिक कॉलेजों में नामांकन पर रोक लगा दी है. उन्होंने कहा कि सभी जरूरी अहर्ताओं की जांच के बाद नामांकन की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश जारी किया जायेगा. इसके बाद ही नामांकन लिया जायेगा. यहां साढ़े चार साल का कोर्स है जिसमें एक साल का 17950 रुपये ट्यूशन फी लिया जाता है.
इसमें अभी दो माह का वक्त लगने की संभावना है. उन्होंने बताया कि बुधवार को भी कागजातों व उपकरणों की जांच की जायेगी. इसके बाद रिपोर्ट संबंधित मुख्यालय में जमा किया जायेगा. दिल्ली से आयी दो सदस्यीय टीम में डॉ बीडी सिंह व डॉ चौहान शामिल हैं. तय किया गया है कि देश भर के जितने भी होमियोपैथिक मेडिकल कॉलेज हैं उसमें नामांकन पर रोक लगा दी गयी है. नामांकन के पूर्व सभी कॉलेजों के लिए कमेटी बनायी गयी है. कमेटी द्वारा जांच की जायेगी कि कॉलेज में कितनी जमीन है और कितने शिक्षक हैं. जो शिक्षक हैं वह किस स्तर पर छात्रों को पढ़ा सकते हैं. कितने छात्रों का नामांकन हो सकता है. इन सब बिंदुओं पर जांच की जायेगी और रिपोर्ट के बाद ही नामांकन का निर्देश दिया जायेगा.