सुलतानगंज: वर्ष 2014 में नगर परिषद की कई बैठकें हुईं, जिनमें कई निर्णय व प्रस्ताव लिये गये. लेकिन, होल्डिंग पुनमरूल्यांकन का कार्य धरातल पर नहीं उतर पाया. 31 जनवरी 2013 की बैठक में होल्ंिडग पुनमरूल्यांकन कार्य का निर्णय लिया गया था. दो साल बीतने को है, लेकिन उस प्रस्ताव पर अमल नहीं हो पाया.
1975 में हुआ था गृह कर पुनरीक्षण का काम
गृह कर पुनरीक्षण वर्ष 1975 में हुआ था. उस वक्त चार हजार घरों का सर्वेक्षण कर टैक्स वसूली शुरू की गयी थी. जानकारी के अनुसार इन वर्षो में नगर परिषद के सभी 25 वार्डो में कम से चार से पांच सौ मकानों में इजाफा हुआ है. इस हिसाब से लगभग 10 हजार रुपये गृह कर की वसूली होनी चाहिए थी. गृह कर पुनरीक्षण कार्य के लिए वर्ष 2011 के नवंबर माह में कर पुनरीक्षण कार्य कर रहे नूतन कला केंद्र को काली सूची में डालते हुए कार्य से मुक्त कर दिया गया था . सशक्त स्थायी समिति की बैठक में 12 नवंबर 2011 को द्वितीय स्थान पर आवेदन प्राप्त संस्था सरस्वती महिला कल्याण उत्थान सेवाश्रम, वैशाली से पुनरीक्षण कार्य कराने का निर्णय लिया गया. यह तय किया गया कि 31 जनवरी 2012 तक कर पुनरीक्षण कार्य पूरा कर लिया जायेगा. नगर परिषद के सूत्रों के अनुसार सरकार द्वारा सालाना 63 लाख रुपये राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य रखा गया है. सालाना चार से पांच लाख का राजस्व हानि नगर परिषद को हो रही है.
फाइलों मे दौड़ रहे कई प्रस्ताव : नगर परिषद प्रवेश द्वार, गैरेज निर्माण, सभाकक्ष का निर्माण भी फाइलों में ही दौड़ रहा है. स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने के लिए जलमीनार निर्माण, नयी पाइप बिछाने, पुरानी पाइप की मरम्मत का काम भी नहीं हो पाया. गृह कर पुनरीक्षण का काम नहीं होने से लाखों की राजस्व हानि नगर परिषद को हो रही है.