तपस्वी हॉस्पिटल प्रकरण. देर रात तक बैठक, जुलूस व अपील
भागलपुर : तपस्वी हॉस्पिटल प्रकरण में पीड़ित पक्ष की ओर से मंगलवार को चंपा पुल पर महाजाम किया जायेगा. सोमवार की रात ढ़ाई घंटे से भी अधिक चली महापंचायत की बैठक में आंदोलन तेज करने की रणनीति तैयार की गयी. संघर्ष समिति के अध्यक्ष सच्चिदानंद शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में महाजाम को अभूतपूर्व व ऐतिहासिक करने का निर्णय लिया गया. चंपा पुल पर जाम मंगलवार की सुबह 10 बजे से शुरू होगा, लेकिन इसके खत्म होने के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
ग्रामीणों ने एक सूत्री मांग डॉक्टर मृत्युंजय की गिरफ्तारी तक चंपा पुल जाम रखने की चेतावनी दी है. बैठक में जाम के बाद के आंदोलन की रणनीति की घोषणा की. इस दौरान ग्रामीण सामूहिक आमरण अनशन से लेकर रेल चक्का जाम और जेल भरो आंदोलन जैसा कदम भी उठायेंगे.
होगी आर-पार की लड़ाई
महापंचायत की बैठक के बाद संघर्ष समिति के सदस्यों ने देर रात मशाल जुलूस निकाला. जुलूस में शामिल सदस्य लाउडस्पीकर से लोगों से समर्थन की अपील कर रहे थे. उन लोगों ने पूरे पंचायत में भ्रमण कर आंदोलन को आर या पार की लड़ाई बनाने का आह्वान किया. निर्णय लिया गया कि हर घर से पुरुष लाठी व महिलाएं झाड़ू लेकर महाजाम में शामिल होंगे.
केवल आश्वासन लेकर नहीं पहुंचे प्रशासन
महापंचायत की बैठक में असामाजिक तत्वों पर निगरानी के लिए संघर्ष समिति ने यूथ विंग का गठन किया. समिति सदस्य तारकेश्वर झा ने कहा कि संघर्ष समिति का आंदोलन शांतिपूर्ण है, लेकिन समिति को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा हिंसा व हंगामा करने का संदेह है. यूथ विंग की कमान संभाल रहे विकास कुमार झा ने कहा है कि आंदोलन गिरफ्तारी के लिए है, न कि गिरफ्तारी के आश्वासन के लिए. इसलिए आश्वासन लेकर चंपा पुल पहुंचने वाले प्रशासनिक पदाधिकारी न हीं आये तो अच्छा होगा.
चलाया गया जनसंपर्क अभियान
महाजाम में जनभागीदारी के लिए संघर्ष समिति की ओर से तीन दिनों से नाथनगर के विभिन्न पंचायतों समेत शहर में चलाया जा रहा जनसंपर्क अभियान सोमवार देर शाम तक जारी रहा. समिति सदस्यों के अनुसार जाति, धर्म-संप्रदाय से ऊपर उठते हुए बड़ी संख्या में लोगों का समर्थन मिला है. दूसरी ओर युवा शक्ति समेत विभिन्न राजनीतिक पार्टियों व सामाजिक संगठनों का समर्थन प्राप्त है.