दीपक राव
भागलपुर : सोना-चांदी के भाव लुढ़कना एक ओर जहां लगन के उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी लेकर आया है, वहीं आम उपभोक्ताओं को ऊहापोह में रखा है. इससे बाजार में सीमित खरीदारी हो रही और सर्राफा कारोबारी माथे पर हाथ रख कर बैठे हुए हैं. इससे सर्राफा कारोबारियों पर दोहरी मार पड़ रही है. एक बाजार मंदा होने तो दूसरा बचे सोना-चांदी को भी गिरे भाव पर बेचने की मजबूरी.
सर्राफा कारोबारियों की मानें तो धनतेरस के कारोबार के लिए खरीदे सभी सोना-चांदी नहीं बिके. अब सोना-चांदी के भाव गिरने पर इसी भाव में बेचना पड़ रहा है. जिला स्वर्णकार संघ के कार्यकारी सचिव विजय साह ने बताया कि सोना के भाव गिरने से पिछले वर्ष इसी समय जितना कारोबार हो रहा था, उसकी अपेक्षा इस बार 50 फीसदी कारोबार प्रभावित हुआ है. लगन को छोड़ आम उपभोक्ताओं को लग रहा है कि भाव और घटेंगे, जिससे बाद में खरीदारी करेंगे. वहीं पहले खरीदे हुए माल को घाटे के साथ बेचना पड़ रहा है. सर्राफा कारोबारी दीपक सोनी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सेनसेक्स निफ्टी तेज होने व कच्चे तेल का रेट गिरने से सर्राफा बाजार में ऐसी नौबत आयी है. चूंकि कच्चे तेलवाले देश में तेल सोना-चांदी के बदले दिया जाता है. तेल का भाव गिरने पर सोना-चांदी के भाव गिरते हैं.