भागलपुर: देश के टॉप रैंक के कॉलेजों में टीएनबी कॉलेज का भी नाम लिया जायेगा. राष्ट्रीय मूल्यांकन व प्रत्यायन परिषद (नैक) ने इस कॉलेज का मूल्यांकन करने के बाद इसे ‘ए’ ग्रेड दिया है.
बिहार के पांच कॉलेजों में टीएनबी कॉलेज इकलौता संस्थान है, जिसे यह ग्रेड प्राप्त हुआ है. इससे इस बात की उम्मीद बढ़ गयी है कि यह संस्थान अब अपना पुराना गौरव प्राप्त कर लेगा. नैक ने 24 सितंबर को ग्रेडिंग रिपोर्ट अपने वेबसाइट पर अपलोड किया है. इसमें बिहार के पांच कॉलेजों सहित देश के 79 कॉलेजों की ग्रेडिंग शामिल की गयी है. इनमें 28 कॉलेजों को ‘ए’ ग्रेड मिला है, जबकि यह ग्रेड टीएनबी कॉलेज को छोड़ कर बिहार के किसी भी कॉलेज को नहीं मिला है.
क्या होगा फायदा : यूजीसी व राज्य सरकार ने यह कहा था कि नैक से ग्रेडिंग कराने के बाद ही फंड उपलब्ध कराया जायेगा. ऐसे में देश के टॉप रैंक के कॉलेजों को जो फंड यूजीसी उपलब्ध करायेगा, उतने फंड का हकदार टीएनबी कॉलेज भी होगा. लिहाजा इसके विकास में चार चांद लगने की प्रबल उम्मीद बन गयी है. यहां के छात्रों को बेहतर सुविधा मिलेगी.
1910 के दशक का लौटेगा गौरव : टीएनबी कॉलेज के रसायनशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ ज्योतिंद्र चौधरी ने बताया कि इस कॉलेज को ‘ए’ ग्रेड प्राप्त होने से इसका पुराना इतिहास वापस लौटेगा. उन्होंने बताया कि वर्ष 1916-17 की बात है कि पटना यूनिवर्सिटी के गोल्डन जुबिली सोवेनियर के पृष्ठ संख्या 86 में इस बात का उल्लेख है कि उस समय का बिहार व ओड़िशा के सबसे अधिक विकसित कॉलेजों में टीएनबी कॉलेज था. लगता है कि अब पुन: इस कॉलेज का भाग्योदय हुआ है. डॉ चौधरी सहित शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के प्रक्षेत्रीय अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार झा ने तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रमा शंकर दुबे, प्रतिकुलपति प्रो एके राय, टीएनबी कॉलेज के प्राचार्य डॉ डीएन झा, प्रो एचके चौरसिया सहित सभी शिक्षकों व कर्मचारियों को इसके लिए बधाई दी.