भागलपुर: सड़क निर्माण में सबसे बड़ी बाधा पैसों की कमी है. केंद्र सरकार पैसा नहीं दे रही है. इसके लिए चार बार पत्र लिखा गया, मुख्यमंत्री ने भी एक बार पत्र लिखा है. बिहार के साथ भेदभाव हो रहा है. पैसा देना तो दूर, उल्टे बदनाम किया जा रहा है.
केंद्र सरकार कहती है कि पैसा खर्च नहीं कर पा रहे हैं. जो पैसे देते हैं, उनका उपयोग नहीं हो रहा है. जबकि खाते में केंद्र सरकार का एक पैसा नहीं है. सूद का पैसा भी खर्च कर दिया है. ठेकेदार से ली जानेवाली अग्रधन राशि भी खर्च हो चुकी है. डेढ़ माह और इंतजार करेंगे, इसके बाद भी पैसा नहीं मिला, तो होर्डिग टांग देंगे.12 फीट लंबे और 12 फीट चौड़े बोर्ड पर प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत कौन सी योजना कब की है और कितनी लागत की है तथा सड़क क्यों नहीं बनी, इसका उल्लेख किया जायेगा. ताकि सबको पता चले कि केंद्र सरकार के कारण ही प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क नहीं बनी है. उक्त बातें ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री श्रवण कुमार ने सोमवार को परिसदन में संवाददाता सम्मेलन में कही. इसके पहले उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की.
विभाग की बिगड़ी छवि
श्री कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की जब शुरुआत हुई, तो 50 हजार किमी सड़क बनाने की स्वीकृति मिली. किसी तरह 30 हजार किमी पूरा किया गया. इसमें भी 30 प्रतिशत गुणवत्ता विहीन सड़क बनी है, जिससे विभाग की छवि बिगड़ गयी है. शेष 20 हजार किमी सड़क का काम चल रहा है. सड़क निर्माण में सबसे बड़ी बाधा राशि की कमी है. केंद्र सरकार को 20 हजार करोड़ देना था लेकिन अब तक केवल आठ हजार करोड़ रुपये ही दिया गया है. बाकी 12 हजार करोड़ रुपये देंगे, तो ही 20 हजार किमी सड़क बन सकती है.
बिहार को किया जा रहा उपेक्षित
उन्होंने बताया कि बिहार को उपेक्षित किया जा रहा है. केंद्र सरकार केवल भाजपा शासित राज्य को ही पैसा दे रही है. संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस विधायक सदानंद सिंह, विधायक अजीत शर्मा, गोपाल मंडल, सुबोध राय, अजय कुमार, गिरधारी यादव, मनीष कुमार, पूर्व सांसद भूदेव चौधरी, जिला जदयू महासचिव अरविंद कुमार अकेला आदि उपस्थित थे. इससे पूर्व डीआरडीए भवन के सभागार में ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री श्री कुमार ने विभागीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में सड़क व पुल-पुलियों की जजर्र स्थिति को लेकर उन्होंने इंजीनियरों को फटकार लगायी. बैठक में कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार, नवगछिया के अरविंद कुमार कहलगांव के उमेश सिंह आदि उपस्थित थे.