भागलपुर: परीक्षा, मूल्यांकन और रिजल्ट के मामले में सुर्खियों में रहा तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय इसमें बदलाव की पहल शुरू की है. अब तक निजी एजेंसी के माध्यम से रिजल्ट तैयार कराने की हस्र देख चुका भागलपुर विश्वविद्यालय अपना सॉफ्टवेयर खुद खरीदेगा और खुद ही रिजल्ट तैयार करेगा.
पेंडिंग रिजल्ट से बचने के लिए कुलपति प्रो रमा शंकर दुबे ने बताया कि स्नातक के तीनों खंडों में छात्र-छात्रओं की नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है.
अब लाख प्रयास के बाद भी किसी भी छात्र का नामांकन नहीं लिया जायेगा. पहले ऐसा नहीं होता था. पहले परीक्षा तक नामांकन होता रहता था. एक साथ सभी छात्रों का नाम, पंजीयन व इससे जुड़ी विवरणी परीक्षा विभाग में दर्ज नहीं होने के कारण इसमें काफी गड़बड़ी हो जाती थी और इसके चलते पेंडिंग रिजल्ट की भरमार हो जाती थी. इस बार सारा डेटा एक साथ परीक्षा विभाग की फाइल व कंप्यूटर में फीड करवाया जा रहा है.
पहले ही सब कुछ पूरा कर लिया जा रहा है. इसके बाद परीक्षा की कॉपी की जांच भागलपुर विवि में कुलपति की निगरानी में होगी और मूल्यांकन की समयसीमा तय रहेगी. कॉपी की जांच के लिए बाहर से भी परीक्षक आयेंगे. रिजल्ट तैयार करने के लिए मैनुअल व कंप्यूटराइज दोनों सहारा लिया जायेगा. कुलपति ने बताया कि अपने सॉफ्टवेयर पर ही रिजल्ट तैयार करायेंगे. इसके लिए कर्मियों को प्रशिक्षित किया जायेगा. परीक्षा विभाग में अतिरिक्त कंप्यूटर लगाये जायेंगे. दूसरी ओर एनआइसी सहित अन्य सरकारी व गैरसरकारी संस्थाओं से भी संपर्क किया जा रहा है.