भागलपुर: विशेष केंद्रीय कारा में बंद बीमार कैदी किसलय (27) की मौत का जेल प्रशासन को इंतजार है. किसलय बोन टीबी से ग्रसित है. पीएमसीएच से उसे दिल्ली एम्स रेफर किया जा चुका है, लेकिन जेल प्रशासन उसे दिल्ली न ले जाकर जेएलएनएमसीएच में इलाज करवा रहा है.
एम्स ले जाने पर जेल प्रशासन आनाकानी कर रहा है. किसलय की मां बिंदु देवी अपने बीमार बेटे की जिंदगी बचाने के लिए जेल आइजी तक गुहार लगा चुकी है, लेकिन प्रशासन की संवेदनहीनता से हर दिन किसलय मौत के नजदीक जा रहा है. हत्या के मामले में किसलय को आजीवन सजा हो चुकी है. 2009 से वह जेल में बंद है. मुजफ्फरपुर के चिहूंटा गांव का रहने वाला है. सजा होने के बाद उसे मुजफ्फरपुर से भागलपुर कैंप जेल भेज दिया गया है.
2013 के अंतिम माह से वह भागलपुर जेल में बंद है. बीमारी के कारण किसलय उठ नहीं पाता है. सोये अवस्था में ही वह भोजन और नृत्य कर्म करता है. जेएलएनएमसीएच से पीएमसीएच और फिर जेएलएनएमसीएच का चक्कर लगा कर किसलय और उसकी मां थक चुकी है. मां बिंदु देवी ने कहा कि अगर जल्द ही उनके बेटे को बेहतर इलाज के लिए जेल प्रशासन एम्स नहीं ले जायेगा तो वह जेल गेट पर धरना देगी. किसलय की तरह और भी कई बीमार कैदी है, जिनको राज्य से बाहर बेहतर इलाज के लिए रेफर किया जा चुका है, लेकिन सुरक्षा की दुहाई देकर जेल प्रशासन सभी कैदियों को तिल-तिल मार रहा है.