भागलपुर : मालदा डिवीजन के 13 रेलवे स्टेशन में हर दिन धरती के गर्भ से 50 लाख लीटर से भी अधिक पानी खींचा जाता है. लेकिन भूगर्भिक जलस्तर को रिचार्ज करने के इंतजाम के नाम पर सिर्फ तीन स्टेशनों पर ही तालाब है. इसके अलावा रेलवे के पास कोई उपाय नहीं है. भूगर्भिक जल को रेलवे वर्षों से खींच रहा है.
इसका परिणाम खासकर गर्मी के दिनों में स्पष्ट दिखाई देता है, जब स्टेशनों के कई नल सूख जाते हैं और यात्रीगण दुकानों में बोतलबंद पानी खरीदने को मजबूर होते हैं. यह सवाल उठ रहा है कि गर्मी में गिरते जलस्तर की समस्या झेलने के बाद भी रेलवे क्यों बेपरवाह बना हुआ है. पिछली बार गर्मी के दिनों में भागलपुर स्टेशन का एक बोरिंग फेल कर गया था.
जलापूर्ति की व्यवस्था लगभग ठप पड़ गयी थी. इसका असर ट्रेनों की टंकी पर पड़ा था. काफी दिनों तक बिना पानी भरे ट्रेनें रवाना होती रही थी. जमालपुर में ट्रेनों में पानी भरा जा रहा था.