भागलपुर: बैजानी पुल काफी खतरानक हो गया है. अब पुल के बीच सड़क से लोग पैदल भी आवागमन नहीं कर सकते हैं. पैदल राहगीर पुल के फुटपाथ के सहारे ही आवागमन कर सकते हैं.
यह सभी निर्णय पुल निर्माण निगम के एक्सपर्ट इंजीनियर के निरीक्षण के बाद लिया गया. पुल निर्माण निगम के एक्सपर्ट इंजीनियर ने सोमवार को भागलपुर-दुमका मुख्य मार्ग स्थित क्षतिग्रस्त बैजानी पुल का निरीक्षण किया. एक्सपर्ट इंजीनियर ने कहा कि पैदल चलनेवालों के लिए भी यह पुल खतरनाक हो गया है.
पुल के निचले हिस्से का सपोर्टिग गार्डर टूटने से पुल कभी भी गिर सकता है. यह सुनते ही पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर ने अपराह्न् दो बजे तक पुल को बोल्डर के अलावा बालू-मिट्टी से भरा बोरा रख कर सील कर दिया है. केवल पैदल राहगीरों के लिए फुटपाथ को छोड़ दिया गया है. यह वह फुटपाथ है, जिसका निर्माण 20 साल पहले पुल के दोनों किनारे ढाई-ढाई मीटर चौड़ीकरण के लिए कराया गया था. निरीक्षण टीम में पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता विजय कुमार और सहयोगी शामिल थे. रविवार को बैजानी पुल का गार्डर टूटने के कारण पुल धंसने से हड़कंप मच गया था. पुलिस प्रशासन के अधिकांश आलाधिकारी निरीक्षण के लिए पहुंच गये थे. पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर को भी बुलाया गया. इसके बाद से इस पुल होकर आवागमन पर रोक लगी है.
बढ़ेगा आर्थिक बोझ
बैजानी पुल के आस-पास के गांवों के लोगों के जीवन-यापन पर संकट बढ़ गया है. आस-पास के गांव के लोगों को अब 20 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय कर शहर में प्रवेश कर सकेंगे. इसके कारण इन लोगों पर अतिरिक्त आर्थिक संकट बढ़ेगा. वहीं गर्भवती महिलाओं व मरीजों की जान पर आफत आ गया है. व्यवसाय पर भी इसका असर पड़ेगा.
पुल पैदल चलने लायक भी नहीं रह गया है. गार्डर टूट कर गिरने से पुल कभी भी गिर सकता है. पुल का निर्माण पुल निर्माण निगम नहीं, बल्कि पथ निर्माण विभाग करायेगा.
विजय कुमार, कार्यपालक अभियंता, पुल निर्माण निगम, भागलपुर
लोगों की बढ़ी परेशानी
इधर गार्डर टूटने के कारण पुल का धंसना जारी है. पिछले 24 घंटे में पुल और आधा फीट धंस गया है. रविवार को पुल लगभग डेढ़ फीट धंस गया था. कुल मिला दो फीट पुल धंस चुका है. पुल को सील करने के लिए जब मजदूर काम कर रहे थे, तो पुल काफी कंपन कर रहा था. मजदूरों ने डर-डर कर पुल पर किया है.