भागलपुर: मोदी सरकार के पहले रेल बजट से भागलपुर प्रमंडल को घोर निराशा हुई है. भागलपुर प्रमंडल के दोनों जिले भागलपुर व बांका के लोग रेल बजट से काफी उम्मीद लगाये हुए थे. प्रमंडल की दोनों सीट पर राजद का कब्जा है.
रेल बजट से अच्छे दिन का इंतजार यहां के लोग कर रहे थे, लेकिन बजट ने अच्छे दिन की आशा को निराशा में बदल दिया. लोग उम्मीद पाले बैठे थे कि भागलपुर को रेल मंडल कार्यालय मिल जायेगा तथा राजधानी व शताब्दी नहीं तो कम से कम एसी एक्सप्रेस जैसी ट्रेन यहां से जरूर गुजरेगी. भागलपुर, मालदा मंडल का सबसे अधिक राजस्व देनेवाला स्टेशन है. इसके बाद भी यहां के लिए कुछ नहीं किया गया. भागलपुर व बांका को कोई नयी ट्रेन नहीं दी गयी.
यहां से खुलनेवाली या गुजरनेवाली किसी ट्रेन का न तो फेरा बढ़ाया गया और न यात्री सुविधा की दिशा में कुछ किया गया. भागलपुर से पीरपैंती के बीच रेल दोहरीकरण पर भी कोई चर्चा नहीं हुई. नवगछिया क्षेत्र में भी रेल सुविधाओं का कोई विस्तार नहीं किया गया. आम लोगों में यह चर्चा है कि चुनाव में भाजपा यहां नहीं जीत पायी, इसलिए भागलपुर, बांका कीउपेक्षा की गयी.