भागलपुर: भागलपुर में सिटीजन फ्रेंडली पुलिसिंग को लेकर पहल शुरू हो गयी है. नये एसएसपी विवेक कुमार ने सोमवार को अपनी पहली क्राइम मीटिंग में स्पष्ट कर दिया है कि भागलपुर पुलिस हर हाल में सिटीजन फ्रेंडली हो.
उन्होंने थानाध्यक्षों को ताकिद किया कि जनता का हित सवरेपरि है. इसमें कोताही बरती गयी, तो अफसर नपेंगे. एसएसपी ने बताया कि सिटीजन फ्रेंडली पुलिसिंग के तहत अब हर थाने में आगंतुक रजिस्टर रखना अनिवार्य होगा. यह थानाध्यक्षों की जिम्मेदारी होगी.
थाना पहुंचने वाला हर व्यक्ति इस रजिस्टर में अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर, समस्या अवश्य दर्ज करें. अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ या उसमें पुलिस की ओर से कोई आनाकानी की जा रही है, तो उस बात भी जिक्र करें. यही नहीं, अगर आसानी से थाने में काम हो गया, तो उस बात को भी आगंतुक रजिस्टर में लिखें. इससे यह पता चल जायेगा कि थाना पहुंचने वाले लोगों की समस्या पर थानाध्यक्ष कितने संजिदा हैं. आगंतुक रजिस्टर जनता की सुविधा के लिए थानों में रखा जा रहा है, इसका भरपूर लाभ उठायें. एसएसपी ने बताया कि समय-समय पर सर्किल इंस्पेक्टर, एसडीपीओ इस रजिस्टर की औचक जांच करेंगे. अगर रजिस्टर में कोई गड़बड़ी मिली, तो थानाध्यक्ष पर कार्रवाई होगी.
एसएसपी के तेवर से अफसरों के उड़े होश
करीब 2500 लंबित केसों की संख्या देख एसएसपी ने पुलिस अफसरों की जम कर क्लास ली. एसएसपी ने स्पष्ट कहा कि काहिली करने वाले थानेदारों की अब खैर नहीं है. अगर थानेदारी नहीं संभल रही है, तो खुद कुरसी छोड़ दें. अब हर हाल में थानेदार को काम करना पड़ेगा. लंबित केस और वारंट का निष्पादन करना पड़ेगा. इसमें किसी भी तरह का बहाना नहीं चलेगा. एसएसपी के कड़े तेवर से पुलिस अफसरों में हड़कंप मच गयी है.