महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती व प्रधान डाकघर भागलपुर के विरासत भवन में शताब्दी वर्ष के पूरा होने के उपलक्ष्य में हो रहा कार्यक्रम
भागलपुर : संदेश भेजने के लिए सैकड़ों टेक्नोलॉजी है, लेकिन पत्र लिखने पर लोग अपने आप से जुड़ते हैं. भावना जगती है. मन-मस्तिष्क पर प्रभाव डालता है. अगर लगने लगे कि किसी से संबंध खराब हो गया है, तो उन्हें पत्र लिख दीजिए. देखिएगा क्या इंपैक्ट होता है. यह बातें पूर्वी प्रक्षेत्र, बिहार के डाक महाध्यक्ष अनिल कुमार ने डाक टिकट प्रदर्शनी कार्यक्रम के दौरान कहीं.
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के बहुद्देशीय प्रशाल में दो दिवसीय विक्रमशिला गांधी डाक टिकट प्रदर्शनी का शुभारंभ शुक्रवार को हुआ. यह प्रदर्शनी महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष व प्रधान डाकघर भागलपुर के विरासत भवन में शताब्दी वर्ष के पूरा होने के उपलक्ष्य में है. पूर्वी प्रक्षेत्र, बिहार के डाक महाध्यक्ष ने कहा कि संबंधों को सुधारना है, तो लेटर लिखें.
गांधी शांति प्रतिष्ठान के संस्थापक डाॅ रामजी सिंह ने कहा कि नयी पीढ़ी ने गांधी जी को देखा नहीं है. गांधी जी को पढ़ने और समझने की जरूरत है. प्रो विजय कुमार ने कहा कि आजादी के समय में गांधी जी के पत्रों पर पाबंदी लगती थी, लेकिन सबसे ज्यादा पत्रों को पहुंचाने का काम डाक विभाग ने किया. लेखिका डॉ सुजाता चौधरी ने कहा कि 100 से ज्यादा देश हैं, जो बापू के टिकट जारी किये हैं.
राजा-रानी को छोड़ सबसे ज्यादा बापू का टिकट जारी हुआ है. एचओडी (इतिहास) डाॅ दायनंद राय ने कहा कि डाक व्यवस्था दिलों को जोड़ता है. एचओडी (बोटनी) डाॅ सुनील कुमार ने डाक विभाग को विश्वविद्यालय से जोड़ने का अनुरोध किया. इससे पहले विक्रमशिला गांधी डाक टिकट प्रदर्शनी का उद्घाटन डाक महाध्यक्ष अनिल कुमार, गांधी शांति प्रतिष्ठान के संस्थापक डाॅ रामजी सिंह, लेखिका डाॅ सुजाता, एचओडी बोटनी डा सुनील कुमार चौधरी, प्रो विजय कुमार, एचओडी इतिहास डाॅ दयानंद राय व अन्य ने दीप प्रज्वलित कर किया. मौके पर डाक विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे.
गांधी जी और अद्वैत मिशन उच्च विद्यालय पर विशेष आवरण का विमोचन : विक्रमशिला गांधी डाक टिकट प्रदर्शनी कार्यक्रम के दौरान मानव मूल्यों व स्वतंत्रता के संघर्ष पर बापू का विश्वस्तरीय प्रभाव व अद्वैत मिशन उच्च विद्यालय, बौंसी के गौरवशाली 29 वर्ष पर विशेष आवरण का विमोचन किया गया. महर्षिं मेंहीं आश्रम, कुप्पा घाट व अंगराज कर्ण और उनके दान पर डाक टिकट प्रदर्शनी के दूसरे दिन शनिवार को विशेष आवरण का विमोचन किया जायेगा. डाक टिकट प्रदर्शनी में आकर्षक, अविस्मरणीय विभिन्न प्रकार के विषयों पर पुराने दुर्लभ डाक टिकट रही, जिसे एक झलक पाने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.