पटना/भागलपुर : अपने शहर का युवा समाजसेवी अभिषेक अग्रवाल भले ही हम लोगों के बीच नहीं रहा, लेकिन उसकी आंखें दो लोगों की जिंदगी को रोशन करेगी. वह कहा करता था कि मैं समाज के लिए पैदा हुआ हूं और समाज को कुछ देकर जाऊंगा. उसकी बात सच साबित हुई और उसकी बोलती आंखें कई सालों तक दो लोगों की जिंदगी बन चमकती रहेगी. वह अपनी आंखें दान कर चुका था.
26 वर्षीय अभिषेक अग्रवाल का हार्ट अटैक से निधन होने पर आइजीआइएमएस के नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम बुधवार को भागलपुर पहुंची और काॅर्निया हासिल कर लिया. महज 26 साल के पुत्र को खो देने के बाद भी परिजनों ने आंख दान देने का कठिन निर्णय लिया, जिसकी शहर में प्रशंसा हो रही है.
जानकारी के अनुसार लायंस क्लब इंटरनेशनल जिला 322ई के वरिष्ठ सदस्य विनोद अग्रवाल के ज्येष्ठ पुत्र अभिषेक अग्रवाल ने दधीचि देहदान योजना में रजिस्ट्रेशन कराया था, ताकि मृत्यु के बाद जरूरतमंदों के बीच उनका शरीर काम आ सके. विनोद अग्रवाल ने पुत्र की इच्छा का सम्मान करते हुए इंदिरा गांधी मेडिकल ऑफ साइंस पटना को सूचना दी.
पटना से आयी टीम, ले गयी आंख : आइजीआइएमएस के नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विभूति प्रसाद सिन्हा ने बताया कि पहली बार पटना से 248 किलोमीटर की दूरी तय कर सफलता पूर्वक आंख लायी गयी. आइ बैंक की टीम में डॉ सुमित कुमार, अमित सोनी व टेक्निशियन चंदन कुमार आदि कई लोग भागलपुर आये और आंख पटना लायी गयी.
दो दिन के अंदर अभिषेक की आंखें जरूरतमंद लोगों को दी जायेगी. इसमें पटना के रहनेवाले कुछ मरीजों की लिस्ट बनायी गयी है. जानकारों का कहना है कि अगर सभी मेडिकल कॉलेजों में आइबैंक की सुविधा होती, तो समय पर कॉर्निया निकाल दूसरे मरीजों को लगाया जा सकता है.
अभिषेक के निधन पर लोगों में शोक : विनोद अग्रवाल (मां लायन बबीता अग्रवाल) के ज्येष्ठ पुत्र अभिषेक अग्रवाल के आकस्मिक निधन पर लोगों ने शोक व्यक्त किया है.
अभिषेक का निधन हृदयाघात से हो गया. चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष शैलेंद्र सराफ, सचिव लालू शर्मा, इस्टर्न बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप झुनझुनवाला, लायंस क्लब गंगेज के अध्यक्ष डॉ एसके पंथी, लायंस क्लब ऑफ भागलपुर के पूर्व अध्यक्ष डॉ पंकज टंडन, लायंस क्लब आॅफ स्मार्ट सिटी के गोपाल खेतड़ीवाल आदि ने तिलकामांझी आवास पर पहुंचकर विनोद अग्रवाल को धैर्य बंधाया और शोक व्यक्त किया. डॉ पंकज टंडन ने बताया कि अंतिम यात्रा गुरुवार को सुबह आठ बजे बरारी श्मशान के लिए निकाली जायेगी.
शोक व्यक्त करने वालों में चेंबर उपाध्यक्ष रमण साह, जगदीशचंद्र मिश्र पप्पू, महासचिव अशोक भिवानीवाला, सचिव अमरनाथ गोयनका, कोषाध्यक्ष नवनीत ढांढानिया, पदम जैन, रामगोपाल पोद्दार, श्रवण बाजोरिया, बद्री प्रसाद छापोलिका, डॉ गोपाल कृष्ण मिश्र, पवन बजाज, अरुण बाजोरिया, संजय लाठ आदि शामिल हैं.
पहली बार 248 किलोमीटर की दूरी तय कर सफलता पूर्वक पटना ले जाया गया कॉर्निया
आइजीआइएमएस से काॅर्निया लेने पहली बार भागलपुर आयी हेल्थ टीम
लायंस क्लब इंटरनेशनल जिला 322ई के वरिष्ठ सदस्य विनोद अग्रवाल के बड़े बेटे थे अभिषेक
मृत्यु के 12 घंटे तक नेत्रदान संभव
पटना से आये डॉ सुमित कुमार ने बताया कि मृत्यु के बाद छह से आठ घंटे के अंदर नेत्रदान होता है. बॉडी की सिचुएशन अच्छी रहने पर 10-12 घंटे में भी ले लेते हैं. मर्चूरी व घरों में जाकर भी नेत्र लिया जाता है. एचआइवी, टीबी, डेंगू, मलेरिया, वायरल डिजीज होने से मौत होने पर नेत्रदान तो होता है, पर ट्रांसप्लांट नहीं होता है.