भागलपुर : भागलपुर-हंसडीहा हाइवे पर बने पुराने सभी टू-लेन पुल फोरलेन में बदले जायेंगे. यह काम फोरलेन रोड निर्माण परियोजना से होगा. इस परियोजना को न केवल मंजूरी मिली है, बल्कि डीपीआर स्वीकृत हो गया है. तकरीबन 1123 करोड़ की परियोजना में मखना गांव स्थित नाढा नदी पर बने व पुरैनी सहित कई जर्जर टू-लेन […]
भागलपुर : भागलपुर-हंसडीहा हाइवे पर बने पुराने सभी टू-लेन पुल फोरलेन में बदले जायेंगे. यह काम फोरलेन रोड निर्माण परियोजना से होगा. इस परियोजना को न केवल मंजूरी मिली है, बल्कि डीपीआर स्वीकृत हो गया है. तकरीबन 1123 करोड़ की परियोजना में मखना गांव स्थित नाढा नदी पर बने व पुरैनी सहित कई जर्जर टू-लेन पुल शामिल है.
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, नयी दिल्ली से निर्देश के अालोक में जल्द ही एनएच विभाग टेंडर की प्रक्रिया अपनायेगी. भागलपुर-हंसडीहा स्टेट हाइवे को एनएच के लिए मंजूरी मिली है और यह फोरलेन बनेगा.
हंसडीहा मार्ग को फोरलेन के लिए पर्याप्त जमीन. भागलपुर से हंसडीह के बीच हाइवे के दोनों ओर पर्याप्त जमीन है. फोरलेन निर्माण में कोई अड़चनें नहीं आयेगी. विभाग को फोरलेन सड़क निर्माण के लिए केवल 18 एकड़ जमीन की जरूरत है.
गुड़गांव की चाणक्या नामक कंसल्टेंट एजेंसी ने सर्वे कर बनाया है डीपीआर. भागलपुर-हंसडीह के बीच स्टेट हाइवे को जब एनएच के लिए सैद्धांतिक मंजूरी मिली थी, तभी इसके सर्वे के लिए गुड़गांव की चाणक्या नामक कंसल्टेंट एजेंसी को बहाल कर दिया गया था. यह कंसल्टेंट एजेंसी साल भर तक लगातार रोड का सर्वे किया और इसके फिटनेस की जांच की. इसके बाद 1123 करोड़ की राशि का डीपीआर बना एनएच विभाग को सौंपा था.
पुलों की हालत खराब लोगों का आना-जाना जारी
भागलपुर-हंसडीह हाइवे पर मखना, पुरैनी सहित अन्य जगहों पर बने कई पुल जर्जर हैं. इन पुलों की हालत इतनी खराब है कि यह कभी भी गिर सकते हैं. इतना ही नहीं इन पुलों पर लोगों का आना-जाना बदस्तूर जारी है. मखना गांव के पास नाढा नदी पर बना टू-लेन पुल जर्जर है. पुल की रेलिंग वाहनों के धक्के से टूट गया है. सुरक्षा के लिहाज से स्थानीय लोगों ने बांस से घेरा है. तत्काल सुरक्षा के तो प्रबंध कर दिये गये हैं, ताकि कोई हादसा न हो मगर, खतरे की आशंका के बावजूद पुल से भारी वाहनों का परिचालन हो रहा है.