भागलपुर : भागलपुर नगर निगम में शनिवार को होनेवाली सशक्त स्थायी समिति की बैठक नहीं हुई. पूर्व घोषित इस बैठक में समिति के सदस्यों के नहीं आने के कारण बैठक नहीं हुई. इस कारण कई महत्वपूर्ण निर्णय नहीं लिये जा सके. यह बैठक लगातार तीसरी बार स्थगित हुई है. दूसरी ओर भागलपुर नगर निगम क्षेत्र के कई इलाके में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है. पूरे शहर में सफाई व्यवस्था बदहाल है.
बजबजाती नालियों व बाजार तथा गली-मोहल्लों में जगह-जगह कूड़े के ढेर से महामारी फैलने की आशंका है. बड़े-छोटे नालों की सफाई नहीं हो रही है. जहां नाला की उड़ाही हुई भी है, तो वहां नाले की गंदगी सड़क पर पसरी हुई है. हल्की बारिश होने के कारण यह गंदगी और फैल गयी है. कई इलाकों में स्ट्रीट लाइट की कमी से भी परेशानी है. इन सभी मामलों में निगम उदासीन है. कई दावा कर पार्षदी पाये जनप्रतिनिधि बेफिक्र हैं. निगम के अधिकारियों की सक्रियता नहीं दिखती. मेयर कानूनी कारणों से लापता हैं और हाल के एकाध दिनों से सक्रिय डिप्टी मेयर भी प्रभावी नहीं हो पा रही हैं. इससे लोगों में रोष है.
कुछ ने कहा बाहर हैं, तो कुछ ने मोबाइल बंद किया
शनिवार को सशक्त स्थायी समिति की बैठक होनी थी. इसमें निगम क्षेत्र की कई समस्याओं पर चर्चा होनी थी. इसके लिए एजेंडा भी तय था, लेकिन बैठक ही नहीं हुई. स्थायी समिति के सात पार्षद सदस्यों में कोई भी नहीं आया. उपमेयर बैठक में पहुंची, पर अन्य सदस्यों के नहीं रहने से बैठक स्थगित हो गयी. गैरमौजूद सदस्यों में से कुछ ने अपने मोबाइल बंद कर लिये थे, तो कुछ ने बताया कि वह शहर से बाहर है.
बैठक में जो होना था तय
पेयजल आपूर्ति के लिए 10 नलकूप शुरू किये जाने की स्वीकृति
साफ-सफाई दुरुस्त किये जाने पर निर्णय
पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना 2014-15 के तहत योजनाओं का चयन
गली-मोहल्लों में सीएफएल की संख्या बढ़ाये जाने पर विचार
नगर निगम के दैनिक सफाई श्रमिकों की मजदूरी 157 रुपये से बढ़ा कर 176 किये जाने पर विचार