भागलपुर: भोपाल के कलियासोत डैम में मिले भागलपुर और बांका के दो छात्रों का शव शनिवार सुबह में मानिकपुर पहुंचा. 14 जून को रितिकेश भारती उर्फ अंकित पटेल (मानिकपुर, बबरगंज) और राज सिंह राजपूत (नारायणपुर, बाराहाट) की उक्त डैम में डूब कर मौत हो गयी थी.
अंकित और राज दोस्त थे और भोपाल में पढ़ाई कर रहे थे. दोनों छात्रों का शव मानिकपुर पहुंचते ही पूरा मुहल्ला रो पड़ा. अंकित के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उसके घर पर उमड़ पड़ी. दोनों शवों को मुजफ्फरपुर तक ट्रेन व वहां से एसी एंबुलेंस के जरिये भागलपुर लाया गया. राज के शव को मानिकपुर से उसके पैतृक गांव नारायणपुर, बाराहाट भेज दिया गया. करीब 15 मिनट तक अंकित के शव को घर पर रखा गया. इस दौरान परिजनों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया. हर कोई अंकित की ही चर्चा कर रहा था. 20 जून को वह भोपाल से भागलपुर आनेवाला था. लेकिन अंकित की जगह उसकी लाश भागलपुर पहुंची. मां पूर्णिमा रह-रह कर बेहोश हो रही थी. पिता रवींद्र कृष्णा प्रसाद के आंसू नहीं थम रहे थे. दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु में रहनेवाले अंकित के दोस्त भी भागलपुर पहुंचे थे.
बड़े भाई ने दी मुखाग्नि
मानिकपुर से गाड़ी से अंकित की लाश बरारी श्मशान घाट लाया गया. वहां अंतिम संस्कार किया गया. अंकित के बड़े भाई ऋषभ ने मुखाग्नि दी. अंकित भोपाल में रह कर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था. जबकि राज भोपाल से एमसीए कर रहा था. अंकित के पिता डॉ रवींद्र समस्तीपुर के सरयुग कॉलेज में समाजशास्त्र के प्राध्यापक हैं और मां पूर्णिमा बड़हरवा की महिला कॉलेज में हिंदी की प्राध्यापक हैं. राज के पिता गांव के ही डाकघर में पोस्ट मास्टर हैं.