मुजफ्फरपुर/भागलपुर : बृज बिहारी हत्याकांड में बंद विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला की पेशी सोमवार को मुजफ्फरपुर न्यायालय में होनी थी. इसी क्रम में रविवार को विशेष कारा भागलपुर से उन्हें मुजफ्फरपुर लाया गया. रात करीब 9.15 बजे श्री शुक्ला कैदी वैन से शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा पहुंचे, लेकिन देर रात होने के कारण श्री शुक्ला को सेंट्रल जेल में प्रवेश नहीं मिला. जेल गेट पर श्री शुक्ला कैदी वैन में घंटों प्रवेश के लिए इंतजार करते रहे.
इस बीच केंद्रीय जेल अधीक्षक ई जितेंद्र कुमार ने उन्हें जेल के अंदर लेने से साफ इनकार कर दिया. केंद्रीय जेल अधीक्षक ने कहा कि जेल आइजी के आदेश के बाद ही वह श्री शुक्ला को सेंट्रल जेल के अंदर प्रवेश देंगे. श्री शुक्ला के सेंट्रल जेल पहुंचने की सूचना पर उनके समर्थक जेल गेट पर पहुंच गये. दर्जनों की संख्या में पहुंचे श्री शुक्ला समर्थक जेल के अंदर प्रवेश करने की बात कह रहे थे. इधर, केंद्रीय जेल अधीक्षक ई जितेंद्र कुमार ने बताया कि श्री शुक्ला को जेल में इंट्री को लेकर गृह सचिव से बात की गयी. लेकिन गृह सचिव ने जेल के अंदर इंट्री लेने की बात नहीं कही. रात के 10.55 में श्री शुक्ला को टाउन थाना लाया गया.
भागलपुर जेल अधीक्षक पर हो सकती है कार्रवाई
मुन्ना शुक्ला को दिन के 12 बजे भागलपुर जेल से मुजफ्फरपुर भेजने के मामले में भागलपुर विशेष कारा के अधीक्षक उमाकांत शरण पर कार्रवाई हो सकती है. जेल मैनुअल के अनुसार रूट की दूरी के अनुसार कैदी को जेल से रिलीज किया जाता है. उस अनुसार श्री शुक्ला को रविवार शाम सात बजे भागलपुर जेल से मुजफ्फरपुर के लिए रिलीज करना चाहिए था. इस अनुसार सोमवार की सुबह छह बजे मुजफ्फरपुर पहुंचते. लेकिन सात बजे शाम की जगह 12 बजे दिन में रिलीज करने पर श्री शुक्ला रात्रि के 9.15 में सेंट्रल जेल मुजफ्फरपुर पहुंच गये.