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दूसरे दिन भी बैंकों में लटके रहे ताले एटीएम बंद, गहराया रहा कैश संकट
भागलपुर : वेतन वृद्धि की मांग को लेकर बैंक कर्मचारी दूसरे दिन गुरुवार को भी हड़ताल पर रहे. इस दौरान जिलेभर की बैंकिंग सेवाएं प्रभावित रहीं. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियन (यूएफबीयू) के आह्वान पर लगभग 500 बैंक कर्मचारी भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के वेतन में केवल दो प्रतिशत वृद्धि के प्रस्ताव के विरोध में […]
भागलपुर : वेतन वृद्धि की मांग को लेकर बैंक कर्मचारी दूसरे दिन गुरुवार को भी हड़ताल पर रहे. इस दौरान जिलेभर की बैंकिंग सेवाएं प्रभावित रहीं. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियन (यूएफबीयू) के आह्वान पर लगभग 500 बैंक कर्मचारी भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के वेतन में केवल दो प्रतिशत वृद्धि के प्रस्ताव के विरोध में दो दिन की हड़ताल पर थे.
इन दो दिनों में तकरीबन 700 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुए हैं. इस दौरान एटीएम के बंद रहने से लोग के बीच कैश संकट गहराया रहा. खाते में पैसे रहने के बाद भी लोग कैश की किल्लत से जूझते रहे. इसके चलते दूर-दराज से शहर आने वालों की संख्या में काफी कमी नजर आयी. बाजार में भीड़ सामान्य दिनों की अपेक्षा नहीं के बराबर रही. बैंक क्षेत्र से जुड़े कर्मचारी संगठन के अनुसार महीने के अंत में हड़ताल होने से बैंक शाखाओं से वेतन की निकासी प्रभावित हुई है.
इधर, यूएफबीयू में बैंक क्षेत्र के सभी नौ यूनियन शामिल रहे. शुक्रवार से बैंकों में कामकाज सामान्य होने की उम्मीद है. मगर, लोगों को भीड़ का सामना करना पड़ेगा. बैंक अधिकारियों के अनुसार ग्राहकों की भीड़ से निपटने के लिए पूरी प्लानिंग के साथ काम किया जायेगा. जरूरत पड़ी, तो लेनदेन को आसान बनाने के लिए अतिरिक्त काउंटर भी खोला जा सकता है.
बैंकों में हड़ताल की वजह और चेतावनी : बैंकों को बचाने के लिए एवं बैंक कर्मियों साथ होने वाले समझौते को भारत सरकार एवं भारतीय बैंक संघ की ओर से टालमटोल की साजिश बैंकों में हड़ताल का फैसला लिया गया. इसकी चेतावनी पूर्व में दी गयी थी और फिर चेतावनी दी जा रही है कि जायज मांगों पर अगर भारत सरकार एवं आइबीए गंभीरता पूर्वक वार्ता नहीं करती है तो संगठन लंबी लड़ाई के लिए बाध्य होगा, जिसकी जिम्मेदारी भारत सरकार व आइबीए की होगी.
हड़ताल पूरी तरह से रहा सफल : यूएफबीयू के संयोजक अरविंद कुमार रामा और एआइबीओसी के जिला सचिव प्रशांत कुमार मिश्रा ने बताया कि हड़ताल पूरी तरह सफल रहा.
सभी बैंक और उसकी सभी शाखाओं में कर्मचारियों ने हड़ताल में हिस्सा लिया. जिलेभर के विभिन्न 28 बैंकों की 238 शाखाओं के कर्मचारियों ने उत्साह से हड़ताल में भाग लिया. उन्होंने बताया कि प्राइवेट बैंकों, ग्रामीण बैंक एवं कॉपरेटिव बैंक भी हड़ताल में शामिल रहे.
यहां हुए दूसरे दिन भी प्रदर्शन
बैंक विरोधी नीतियों के विरोध में दूसरे दिन गुरुवार को भी बैंक कर्मचारी व अधिकारी गोलबंद हुए. एआइबीओसी के जिला सचिव प्रशांत कुमार मिश्रा के नेतृत्व में बैंक कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन किया. एसबीआइ मुख्य शाखा के नजदीक, पटल बाबू रोड स्थित आइसीआइसीआइ के सामने, खलीफाबाग चौक के स्थित एचडीएफसी व बैंक ऑफ इंडिया के सामने एवं डीएन सिंह रोड स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा, मुख्य शाखा के सामने भी बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन कर भारत सरकार एवं भारतीय बैंक संघ की नीतियों के विरोध में नारेबाजी की.
भागलपुर : स्मार्ट सिटी कंपनी के गठन के बाद पिछले दिनों कंपनी सेक्रेटरी का मनोनयन हुआ था. यह मनोनयन संविदा के आधार पर किया गया, जिसके लिए विज्ञापन निकाला गया. इस पद को लेकर अन्य शैक्षणिक योग्यता के आधार पर पांच साल का अनुभव मांगा गया था.
मनोनीत कंपनी सेक्रेटरी का अनुभव आवेदन के समय मानक से तीन माह कम है. कंपनी सेक्रेटरी के मामले को लेकर कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में वित्त विभाग के पदाधिकारी ने आपत्ति जतायी थी. विभिन्न पदों की बहाली के दौरान सीएफओ व कंपनी सेक्रेटरी की संविदा के आधार पर मनोनयन पर चर्चा हुई थी. वित्त विभाग के पदाधिकारी ने कहा कि नगर विकास व आवास विभाग ने पद वाइज उनकी पात्रता का अनुमोदन दिया है. इस तरह विभाग की शर्त पर ही बहाली की प्रक्रिया को पूरी की जाये. उन्होंने कंपनी सेक्रेटरी पर मनोनयन में अनुभव की कमी पर सवाल उठाया. निदेशक मंडल ने डीएम को निर्देश दिया कि कंपनी सेक्रेटरी के मनोनयन पर नगर आयुक्त की जांच की कार्रवाई की मॉनीटरिंग करेंगे.
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