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दिल्ली आइआइटी में अटकी विक्रमशिला सेतु की जांच रिपोर्ट, मरम्मत ठप

भागलपुर : विक्रमशिला सेतु की जांच करने आयी दिल्ली आइआइटी की टीम ने अबतक अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है. इस कारण सेतु की मरम्मत बाधित हो गयी है. पुल निर्माण निगम को जांच रिपोर्ट के साथ-साथ सुझाव व तरीके मिलने का भी इंतजार है. जिसके आधार पर वह बीच गंगा में सेतु के पायों की […]

भागलपुर : विक्रमशिला सेतु की जांच करने आयी दिल्ली आइआइटी की टीम ने अबतक अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है. इस कारण सेतु की मरम्मत बाधित हो गयी है. पुल निर्माण निगम को जांच रिपोर्ट के साथ-साथ सुझाव व तरीके मिलने का भी इंतजार है. जिसके आधार पर वह बीच गंगा में सेतु के पायों की बॉल-बियरिंग को बदल सके. पुल का यह खतरनाक हिस्सा है.
हालांकि, मुंबई की कार्य एजेंसी रोहरा रीबिल्ड एसोसिएट ने झूला लगाकर पुल के बॉक्स में जाने का रास्ता बना तो लिया था मगर, सेतु के दूसरे हिस्से की तरह इस हिस्से में बॉल-बियरिंग बदलना मुमकिन नहीं हो सका. जांच रिपोर्ट के साथ सुझाव व तरीके जब मिल जायेंगे, तो बॉल-बियरिंग बदला जा सकेगा. फिलहाल, सेतु की मरम्मत का काम ठप है. इससे अब मरम्मत का प्रोजेक्ट पूरा होने में देरी हो सकती है.
प्रोजेक्ट की अवधि पूरा होने में बचे हैं डेढ़ से दो माह, रिपोर्ट के साथ सुझाव व तरीके मिलने के इंतजार में है पुल निर्माण निगम
बेकार से भले कुछ से कुछ करा रहा है काम
कार्य एजेंसी के पास करने के लिए कुछ नहीं है. बेकार से भले कुछ से कुछ करा रहा है. जो काम कर रहा है वह उनके लिए मामूली है. कार्य एजेंसी गार्डर के छेद, जहां कहीं क्रैक हो गया है, उसको एपेक्सी (एक प्रकार का जाम करने वाला लिक्विड) से भर रहा है. यह वह लिक्विड है, जिसको अत्याधुनिक मशीन के प्रेसर से भरा जा रहा है. सूखने के साथ ठोस हो जाता है.
बेंगलुरु से आया एक्सपेंशन ज्वाइंट, 11 मई से शुरू होगी बदली
कार्य एजेंसी ने क्षतिग्रस्त एक्शपेंशन ज्वाइंट को बदलने के लिए बेंगलुरु से मंगा लिया है. उन्हें अब केवल 11 मई का इंतजार है. वनवे ट्रैफिक की अनुमति मिल चुकी है.
एक्सपेंशन ज्वाइंट जीरोमाइल, भागलपुर की तरफ से बदलने का काम होगा. इस हिस्से में लगातार आठ एक्शपेंशन ज्वाइंट क्षतिग्रस्त है. पुल निर्माण निगम की मानें, तो सेतु पर वनवे मिलने में देरी के चलते एक्शपेंशन ज्वाइंट बदलने का काम शुरू नहीं हो सका था. इसमें अब कोई देरी नहीं है. 40 दिनों के अंदर क्षतिग्रस्त एक्सपेंशन ज्वाइंट बदल दिये जायेंगे. नवगछिया की आरे से सेतु पर क्षतिग्रस्त छह एक्सपेंशन ज्वाइंट बदल दिये गये हैं. बताते चलें कि एक्सपेंशन ज्वाइंट बदलने को लेकर सेतु पर 11 मई से 40 दिनों तक 24 घंटे वनवे ट्रैफिक व्यवस्था रहेगी.
मुंबई की कार्य एजेंसी रोहरा रीबिल्ड ने अभी तक में सेतु की सड़क सहित इनके तीन हिस्से में बॉल-बियरिंग बदलने का काम पूरा किया है. इस दौरान उनको कभी जाम तो कभी मौसम की बेरुखी का दंश भी झेलना पड़ा है. सड़क निर्माण का कार्य कराने में तो उन्हें रोज दो से ढाई घंटे की देरी होती थी. हालांकि, सेतु पर वाहनों का दबाव रहते कम समय में यह काम करा उपलब्धि हासिल की है.

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