भागलपुर : शुक्रवार की रात डेढ़ बजे विक्रमशिला पुल पर दो ट्रकों की हुई टक्कर के बाद ही वाहनों से पुल जाम हो गया. पुलिस सोती रही और जाम की स्थिति महाजाम में बदलती चली गयी. इसमें हजारों वाहन और लोग फंस गये. दूसरे दिन शनिवार को जब जाम ने विकराल रूप धारण कर लिया, तो पुलिस जगी और वन वे कर वाहनों को पार किया जाने लगा.
बावजूद इसके जाम में फंसे लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ा. लोग भूख-प्यास से परेशान रहे. छोटे-छोटे बच्चों की परेशानी तो देखी नहीं जा रही थी. शाम करीब छह बजे पुल पर कुछ लोग आक्रोशित हो गये. हंगामा करने लगे. बाद में उन्हें समझा-बुझा कर शांत कराया गया. 22 जनवरी 2016 को तत्कालीन रेंज डीआइजी उपेंद्र कुमार सिन्हा ने जाम से निबटने के लिए कई निर्णय लिये थे. इसमें पुल के दोनों तरफ क्रेन रखने का भी निर्देश था. कुछ दिनों तक इसका पालन भी हुआ. लेकिन फिर सारे निर्णय हवा-हवाई हो गये.
टक्कर के बाद लगा जाम
पुल पर जाम का असर शहर के मुख्य मार्गों व नवगछिया इलाके में भी रहा. गाड़ियां कतारों में लगी हुई थी. नवगछिया की ओर विक्रमशिला पुल पर दो ट्रकों की टक्कर हो गयी थी. दोनों का अगला हिस्सा चूर हो गया था. एक ट्रक का अगला चक्का पुल के फुटपाथ पर चढ़ गया था. टक्कर लगे वाहनों को समय पर नहीं हटाने का नतीजा यह हुआ कि पुलिस कभी ट्रक को हटाने का प्रयास करती, तो कभी जाम को हटाती. वन-वे करके वाहनों को निकाला गया.