धरहरा की मुन्नी को मिली पहली सहायता
गोपालपुर : जैसे ही मुन्नी और प्रमोद के घर मदद पहुंची तो दोनों की आंखें छलक उठीं. मुन्नी अपने घर के अंदर गयी और कुल देवता को धन्यवाद दिया. मुन्नी ने कहा कि भगवान के घर देर है लेकिन अंधेर नहीं है. प्रभात खबर के रविवार के अंक में ‘माफ करना मुन्नी हमलोग मतलबी हैं’ शीर्षक से छपी खबर के बाद मुन्नी की मदद के लिए हाथ उठने लगे हैं.
इलाके के प्रबुद्ध जन जिला पार्षद गौरव राय, गुलाबी सिंह, शंकर प्रसाद यादव उर्फ दल्लू यादव, अधिवक्ता विभाष सिंह, लोक अभियोजक परमानंद साह, बिहपुर ठाकुरबाड़ी के महंत नवल किशोर दास, नारायणपुर के समाजसेवी सुदामा साह आदि ने प्रभात खबर को इस तरह के मुद्दे उठाने के लिए धन्यवाद दिया है. इन लोगों ने कहा कि मुन्नी के लिए जो भी बन पड़ेगा वे लोग करेंगे. पटना में उच्च न्यायालय के अधिवक्ता मुकेश कुमार इन दिनों अपने पैतृक गांव सैदपुर में हैं.
खबर पढ़ने के बाद वह धरहरा गांव पहुंचे और मुन्नी व उसके पति प्रमोद को 50 किलो गेहूं, चावल व 201 रुपये नकद दिये. अधिवक्ता ने कहा कि आगे जो भी बन पड़ेगा मुन्नी और प्रमोद के लिए किया जायेगा. उनके साथ विभाष कुमार भारती, सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश कुमर भी थे. इधर भाजपा के जिला मंत्री मुकेश राणा, लोजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रवेश कुमार यादव, भाजपा के अतिपिछड़ा सेल के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विनोद कुमार मंडल, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष प्रवीण कुमार भगत, युवा जदयू जिलाध्यक्ष त्रिपुरारि कुमार भारती, गोपालपुर भाजपा के प्रदेश प्रतिनिधि सुरेश भगत, नवगछिया के जिला महामंत्री विजेंद्र शर्मा आदि ने कहा कि प्रभात खबर के माध्यम से मुन्नी और प्रमोद की स्थिति का पता चला, इसके लिए प्रभात खबर प्रशंसा का पात्र है. जहां तक बन पड़ेगा मुन्नी और प्रमोद की मदद करेंगे.
पिछले दिनों मुन्नी की दो वर्षीय पुत्री रानी की डायरिया से इलाज के अभाव में मौत हो गयी थी. यह वही रानी थी, जिसके जन्म दिन पर सूबे के मुख्यमंत्री ने धरहरा गांव की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए उसे गोद में लेकर पौधरोपण किया था. रानी की मां मुन्नी गर्भवती है. उसे दवा तो किसी तरह सरकारी अस्पताल में मिल जाती है, लेकिन उसके पति प्रमोद के पास उसे पौष्टिक आहार देने के लिए पैसे नहीं हैं. उसके घर में अनाज का एक दाना नहीं था. कोई प्रशासनिक पदाधिकारी मुन्नी की खबर लेने नहीं पहुंचे.