भागलपुर: श्रम विभाग की टीम पंजाब के अमृतसर से मुक्त पूर्णिया व पीरपैंती के 15 बच्चों को लेकर शुक्रवार को भागलपुर पहुंची. श्रम आयुक्त के निर्देश पर श्रम विभाग के अधिकारियों की तीन सदस्यीय टीम सोमवार को भागलपुर से अमृतसर रवाना हुई थी.
टीम में रजाैन के एलक्ष्ओ दिलीप कुमार झा, अमरपुर के प्रेम नंदन सिन्हा व नाथनगर के संतोष कुमार झा शामिल थे. टीम ने अमृतसर पुलिस के सहयोग से ठेकेदार के कारखाने पर छापेमारी कर बच्चों को मुक्त कराया. बच्चों को पहले हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस से पटना,फिर दानापुर इंटरसिटी से भागलपुर लाया गया. बच्चों के साथ पटना जीआरपी के सब इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार व कांस्टेबल पंकज कुमार मिश्र भी भागलपुर आये थे. मुक्त कराये गये सभी बच्चे पांच से 12 वर्ष के हैं. फरार ठेकेदार अरविंद कुमार पीरपैंती के बालू टोला रहने वाला है. अमृतसर थाने में इसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
घर वालों से नहीं होती थी बात : पीरपैंती के परसबन्ना के राज बिहारी पासवान का 12 वर्षीय पुत्र सकल दीप कुमार ने बताया कि एक साल से अमृतसर में थे. घर आने की बात करने पर पिटाई करता था. घर वालों से बात भी नहीं करने देता था. एक हजार रुपये मजदूरी मिलती थी. बालू टोला के अनिल मंडल का 10 वर्षीय पुत्र बीरबल कुमार ने कहा कि बहला-फुसला कर अमृतसर ले गया था. हाथ में मजदूरी नहीं देता था. मजदूरी मांगने पर पिटाई करता था.
परसबन्ना के लाल बिहारी पासवान के आठ वर्षीय पुत्र चंद्रदीप ने कहा कि दिन-रात मजदूरी कराता था और भरपेट भोजन भी नहीं मिलता था. सुंदर पासवान का पुत्र मनीष कुमार ने कहा कि खाना में केवल चावल मिलता था. पूर्णिया अंजरी निवासी जीतू कुमार ने कहा कि डेढ़ साल से ठेकेदार के कारखाना में काम करते रहे, लेकिन हाथ में मजदूरी नहीं दी. घर भी पैसे भेजता था या नहीं, इसकी भी जानकारी नहीं मिलती थी.