भागलपुर : मोक्षदा बालिका विद्यालय के स्वर्णिम डेढ़ सौ साल पूरे हो रहे हैं. बिहार का पहला बालिका विद्यालय का 150वां स्थापना दिवस समारोह मनाने के लिए धन नहीं है. लेकिन आर्थिक परेशानी के बाद भी शिक्षक भव्य कार्यक्रम की तैयारी में लगे हैं. कार्यक्रम का आयोजन 31 जनवरी को होना है. इसके लिए पहले तो शिक्षकों ने चंदा लगाया. आपसी सहयोग के बावजूद समारोह पर खर्च होनेवाला करीब एक लाख एकत्रित नहीं हो पाया. आखिरकार गौरवशाली इतिहास को यादगार बनाने के लिए स्कूल को साहित्यिक व सांस्कृतिक मंच सुसंभाव्य से मदद लेनी पड़ी.
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अपनों ने बिसराया, विभाग ने भी खड़े किये हाथ चंदा लेकर मनाया जा रहा स्थापना दिवस मोक्षदा के स्वर्णिम
भागलपुर : मोक्षदा बालिका विद्यालय के स्वर्णिम डेढ़ सौ साल पूरे हो रहे हैं. बिहार का पहला बालिका विद्यालय का 150वां स्थापना दिवस समारोह मनाने के लिए धन नहीं है. लेकिन आर्थिक परेशानी के बाद भी शिक्षक भव्य कार्यक्रम की तैयारी में लगे हैं. कार्यक्रम का आयोजन 31 जनवरी को होना है. इसके लिए पहले […]
मंच की आर्थिक मदद से समारोह तो आयोजित हो जायेगा, लेकिन शिक्षा विभाग के नियम-कायदे पर यह सवाल भी खड़ा कर रहा है. गौरवशाली इतिहास के बखान करने के लिए शिक्षा विभाग न तो फंड ही देता है और न ही विकास कोष की राशि स्कूल खर्च कर सकता है. 31 जनवरी 1868 को स्कूल की स्थापना हुई थी.
पहले राजा ने दिया अर्थ दान, अब मिला मंच का वरदान : मोक्षदा विद्यालय मात्र चार बांग्लाभाषी और दो हिंदी भाषी छात्राओं को लेकर शुरू किया गया. 1868 में राजा शिवचंद्र बनर्जी ने विद्यालय को अर्थ दान दिया. इसलिए विद्यालय का नामकरण मोक्षदा विद्यालय उनकी माता के नाम पर हुआ.
समारोह पर एक लाख खर्च, साहित्यिक व सांस्कृतिक मंच ‘सुसंभाव्य’ से लेनी पड़ी मदद
शिक्षा विभाग नहीं देता फंड, विकास कोष की राशि खर्च नहीं कर सकता विद्यालय
बिहार का पहला बालिका विद्यालय है मोक्षदा, 31 जनवरी 1868 में हुई थी स्थापना
कार्यक्रम का आकर्षण
स्थापना दिवस स्मारिका संकल्प का लोकार्पण
हिंदी त्रैमासिक पत्रिका सुसंभाव्य का वार्षिकोत्सव
मोक्षदा स्कूल के प्राचार्य की सेवानिवृत्ति पर विदाई
साहित्यिक पत्रिकाओं की प्रासंगिकता पर परिचर्चा
पूर्व छात्राओं व रचनाकारों का सम्मान
स्कूल ने दिया एशिया की पहली महिला डॉक्टर
बिहार की पहली बालिका विद्यालय मोक्षदा ने एशिया को पहली महिला डॉक्टर कादंबिनी गांगुली दिया. नारी शिक्षा को नयी दिशा और आयाम देने के लिए स्कूल की स्थापना महर्षि अरविंद के पिता शिक्षाविद केडी घोष ने 1868 में की.
समारोह में मंत्री से ले सांसद तक आमंत्रित
स्थापना दिवस समारोह में मंच पर एमएलए से लेकर एमपी तक आमंत्रित किये गये हैं. 31 को भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री रामनारायण मंडल समारोह का उद्घाटन करेंगे तो विधायक अजीत शर्मा इसकी अध्यक्षता करेंगे. इसके अलावा मंच पर सांसद शैलेश कुमार बुलो मंडल, राज्यसभा सांसद कहकशां परवीन को भी आमंत्रित किया गया है.
स्थापना दिवस समारोह पर लगभग एक लाख खर्च होने की संभावना है. समारोह मनाने के लिए स्कूल के कुछ शिक्षकों ने आपस में चंदा लगाया. इससे भी राशि का इंतजाम नहीं हुआ, तो साहित्यिक व सांस्कृतिक मंच सुसंभाव्य की भी मदद ली गयी है.
दयानंद जायसवाल, प्राचार्य, मोक्षदा
स्थापना दिवस समारोह मनाने के लिए अलग से कोई फंड की व्यवस्था नहीं होती है. स्कूल में पानी, बिजली, शौचालय, रंग-रोगन समेत अन्य विकास कार्यों के लिए स्कूल विकास कोष है. इसी मद में खर्च की जा सकती है.
फूल बाबू
चौधरी, डीइओ
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