भागलपुर/मोतिहारी : सौतन को चौखट पर देख मानसिक संतुलन खो बैठी एक महिला ने आखिरकार अपनी जान दे दी. पति की बेवफाई से विचलित होकर पहले घर छोड़ा, उसके बाद भागलपुर से भटकती बेतिया पहुंची. वहां रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध स्थिति में भटकते हुए पुलिस ने पकड़ लिया. पुलिस ने महिला को बेतिया महिला हेल्फ लाइन में पहुंचाया. वहां से उसे मोतिहारी के रघुनाथपुर स्थित महिला अल्पावास गृह भेजा गया, जहां शुक्रवार की रात उसने गले में फंदा लगा आत्महत्या कर ली. महिला जब अल्पावास गृह लायी गयी थी, तो उसने अपना नाम फरहद खातून, पति खालिक शेख व घर भागलपुर जिला के तातारपुर बताया था.
वैसे अल्पावास गृह की पुनर्वास पदाधिकारी बबिता कुमारी का कहना है कि महिला अपने घर का पता गलत बतायी थी, उसके बताये पते पर छानबीन की गयी, तो गलत निकला था. रघुनाथपुर ओपी प्रभारी बीके सिंह ने बताया कि आरटीओ आशा सिंह के लिखित आवेदन पर यूडी केस दर्ज किया गया है. महिला अल्पावास गृह में फरहद की काउंसेलिंग की गयी, तो उसने बताया कि उसका पति उसे काफी प्रताड़ित करता था. लेकिन शादी कर जब दूसरी औरत को घर लाया तो सहन नहीं हो सका. जीवन का सहारा एक बच्ची को भी उसने छीन लिया. खुद को अकेला पाकर उसने घर छोड़ दिया. बबिता कुमारी ने बताया कि काउंसेलिंग के दौरान फरहद से उसके ससुराल का पता पूछ पति के पास पहुंचाने की बात कही गयी, तो वह काफी डर गयी थी.