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तकनीक आधारित होगी पुलिसिंग, जवान लगायेंगे कैमरा
भागलपुर : नये साल में न केवल जिले की पुलिस स्मार्ट होगी, बल्कि टेक्नोलॉजी बेस्ड पुलिसिंग की जायेगी. इससे साइबर क्राइम पर लगाम लगाया जायेगा. ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी बॉडी कैमरे का इस्तेमाल करेंगे. कंट्रोल रूम को और समृद्ध किया जायेगा, ताकि शहरी क्षेत्र में 15 मिनट और ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतम आधे घंटे में […]
भागलपुर : नये साल में न केवल जिले की पुलिस स्मार्ट होगी, बल्कि टेक्नोलॉजी बेस्ड पुलिसिंग की जायेगी. इससे साइबर क्राइम पर लगाम लगाया जायेगा. ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी बॉडी कैमरे का इस्तेमाल करेंगे.
कंट्रोल रूम को और समृद्ध किया जायेगा, ताकि शहरी क्षेत्र में 15 मिनट और ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतम आधे घंटे में पुलिस घटना स्थल पर पहुंच सके. थाना स्तर पर लॉ एंड ऑर्डर व अनुसंधान की टीम अलग-अलग रहेगी. शहर की ट्रैफिक को संभालने के लिए डीएसपी लेवल का अधिकारी रहेगा. जोन स्तरीय फाेरेंसिक लैब खुलेंगे.
80 के दशक के सभी ओपी थाने को थाने में परिवर्तित कर दिया जायेगा, तो शहर के चार थाने अपनी जमीन पर होंगे. इनके लिए भवन बनाया जायेगा. जिले में लगे सीसीटीवी कैमरों की संख्या दोगुनी की जायेगी. एसएसपी मनोज कुमार बताते हैं कि पुलिस व पुलिसिंग के लिहाज से नया साल सकारात्मक व तकनीकी रूप से समृद्ध होने वाले साल के रूप में जाना जायेगा. सब कुछ सही तरह से प्लानिंग के अनुरूप हुआ, तो नये साल में पुलिस ज्यादा प्रोफेशनल होगी. डिजिटल क्राइम पर नयी-नयी टेक्नोलॉजी से लगाम लगाया जायेगा.
इसके जरिये फेसबुक, व्हाट्सअप, ट्विटर जैसे एप के जरिये किये जाने वाले अपराधियों को न केवल ढूंढा जायेगा, बल्कि इस पर लगाम भी लगाम जायेगा. विवाद होने की दशा में पुलिस शरीर पर बॉडी कैमरा लगाकर जायेगी, ताकि पुलिस पर लगने वाले दुर्व्यवहार, वसूली व अन्य प्रकार के आरोप को जांचा-परखा जा सके. इससे न केवल पुलिस की जुबान नियंत्रण में रहेगी बल्कि सामने वाला पक्ष भी सतर्क रहेगा. अभी शहर में सरकारी व निजी स्तर पर 400 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाये जा चुके हैं. पुलिस विभाग का लक्ष्य इसे दोगुना करना है, ताकि शहर के हर प्रमुख बाजार, चौक, प्रतिष्ठान, पार्क व गलियों पर नजर रखी जा सके.
जिले के चार थाने होंगे अपनी जमीन पर, कई ओपी बदलेंगे थाने में. एसएसपी मनोज कुमार ने बतायाकि जिले के चार थाने क्रमश: बरारी, कजरैली, ललमटिया व तातारपुर थाने नये साल में अपनी जमीनों पर कार्यरत होंगे. सरकार व विभाग को इसका प्रस्ताव भेजा जा चुका है.
बरारी, तिलकामांझी, जोगसर समेत जिले के वह सभी ओपी थाने जो 80 के दशक से कार्यरत हैं, उन्हें थाने में बदल दिया जायेगा. इसका प्रस्ताव भी शासन-प्रशासन को भेजा जा चुका है. उम्मीद है कि साल 2018 के शुरू में दोनों प्रस्ताव को हरी झंडी मिल जायेगी.
डीएसपी लेवल के अधिकारी के हाथों होगी ट्रैफिक की कमान
शहर में दिन ब दिन बढ़ रहे जाम से निजात पाने के लिए यहां डीएसपी ट्रैफिक पद के अधिकारी की नियुक्ति की जायेगी, इसकी प्रक्रिया चल रही है. जल्द ही इस मुद्दे पर सकारात्मक फैसला होगा. जिले के थाने पर बढ़े लोड को कम करने व फरियादियों को फास्ट जस्टिस देने की दिशा में थाने स्तर पर लॉ एंड ऑर्डर एवं इन्वेस्टिगेशन (विधि-व्यवस्था एवं अनुसंधान) की टीम काम करेगी. इसको लेकर भेजे गये प्रस्ताव को इस साल में ही अमलीजामा पहनाया जायेगा.
स्मार्ट होगा पुलिसिंग
न केवल पुलिस बल्कि पुलिसिंग को बदलते जमाने के सापेक्ष स्मार्ट एवं डिजिटली समृद्ध किया जायेगा. कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने की उम्मीद है. सब कुछ तय प्लानिंग के हिसाब से हुआ, तो नये साल में पुलिसिंग में आमूलचूल परिवर्तन देखने को मिलेगा.
मनोज कुमार, एसएसपी भागलपुर
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