भागलपुर : लोन का बकाया न देने वाले कपड़ा मिल के मालिक के घर इशाकचक थाने का इंस्पेक्टर बनकर पहुंच घूस मांगने वाला जिला नीलाम पत्र कार्यालय के कर्मचारी को इशाकचक पुलिस ने रविवार को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया, जबकि इसके दूसरे साथी संजय सिंह की गिरफ्तारी को लेकर इशाकचक पुलिस ने उसके दो ठिकाने पर छापेमारी की. हालांकि संजय सिंह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा. इशाकचक इंस्पेक्टर ने बताया कि इशाकचक के डॉ सुनील कुमार सिन्हा के पुत्र विकास चंद्र सिन्हा का इंडस्ट्रियल एरिया बरारी में कपड़े का मिल है. विकास चंद्र सिन्हा ने साल 2014 में बैंक ऑफ बड़ौदा के मेन ब्रांच से 16 लाख रुपये लोन लिया था.
तय समय पर लोन की अदायगी नहीं करने से वह डिफाल्टर घोषित कर दिया गया था. वर्तमान में कुल लोन का बकाया उसके सिर पर 15 लाख रुपये हो गया था. विकास ने बताया कि शनिवार को पूर्वाह्न 11:30 बजे विकास चंद्र सिन्हा अपने पिता डॉ सुनील कुमार सिन्हा के साथ बातचीत कर रहा था.
उसी समय उनके घर पर नाेटिस तामिला कराने पहुंचे जिला नीलाम पत्र कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी सुनील कुमार झा व उसका साथी संजय सिंह. संजय सिंह ने खुद को जिला नीलाम पत्र कार्यालय का कर्मचारी व सुनील कुमार झा को इशाकचक थाने का इंस्पेक्टर बताते हुए कहा अपने लिए 10 हजार रुपये व सुनील कुमार झा को पांच हजार रुपये बतौर घूस ले लिया था. शनिवार की रात आठ बजे खुद को फंसता देख रिश्वत का रुपया लौटाने विषहरी स्थान पहुंचे सुनील कुमार झा को गिरफ्तार कर लिया गया था जबकि मौके से संजय सिंह फरार हो गया था.