भागलपुर : 40 वर्षों तक संत सेवा एक उदाहरण है. जिस सभा में गये संतमत सत्संग का झंडा ऊंचा किया. संतसेवी जी नहीं होते तो सद्गुरु का अनमोल ज्ञान लोगों को नहीं मिलता. उक्त बातें गुरुसेवी भगीरथ बाबा ने बुधवार को को कुप्पाघाट स्थित महर्षि मेंहीं आश्रम में महर्षि संतसेवी परमहंस महाराज की 98 वीं जयंती पर आयोजित प्रवचन में उनके व्यक्तित्व व गुरु महिमा का बखान करते हुए कही. मुख्य अतिथि मेयर सीमा साहा ने सद्गुरु महर्षि मेंहीं एवं महर्षि संतसेवी को पुष्प अर्पित किया.
विशिष्ट अतिथि पूर्व मेयर डॉ वीणा यादव ने कहा कि आत्मा से परमात्मा को मिलाने का काम गुरु करते हैं. गुरु का जितना भी गुणगान किया जाये, वह कम ही है. महर्षि संतसेवी महाराज के व्यक्तित्व पर प्रवक्ता डॉ गुरु प्रसाद बाबा, पंजाब के स्वामी रामजी बाबा, स्वामी प्रमोद बाबा, स्वामी संजीवानंद, स्वामी नंदनव, स्वामी रामानंद, स्वामी परमानंद, स्वामी नरेशानंद, स्वामी गुरुनंदन ने भी प्रकाश डाला. मंच का संचालन स्वामी सत्यप्रकाश बाबा ने किया.
उन्होंने कहा कि विश्व में महर्षि संतसेवी जैसा दीर्घ काल तक गुरु सेवा करने का प्रमाण कहीं नहीं मिलता है. महासभा अध्यक्ष श्यामाकांत झा, महामंत्री अरुण अग्रवाल, आश्रम व्यवस्थापक शारदानंद, वरीय अधिवक्ता अभयकांत झा, अंकेक्षक कृष्ण कुमार, सदानंद सागर, डॉ नीतीश यादव, वैशाली के नागेंद्र चौधरी, कोलकाता के राजकुमार लोधिया, रमेश काटरुका, प्रो उपेंद्र यादव, अशोक यादव, जिला मंत्री रामकुमार यादव, स्वामी पंकज बाबा, चिरंजीवी यादव धूरी, नाथनगर के अरुण भगत, सत्यनारायण केजरीवाल, विश्वंभर पोद्दार आदि ने महर्षि मेंहीं एवं महर्षि संतसेवी महाराज के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया.