गोपालपुर : गोपालपुर थाना क्षेत्र का लतरा गांव इन दिनों काफी चर्चा में है. घात -प्रतिघात व वर्चस्व की जंग में यहां कभी भी खूनी संघर्ष छिड सकता है. भागलपुर केंद्रीय कारा में बंद कुख्यात अपराधी छोटुवा व पूर्व प्रमुख पुत्र के बीच अदावत के कारण कई लाशें गिर चुकी हैं. पूर्व में जहां छोटुआ के बडे भाइयों की हत्या का आरोप पूर्व प्रमुख के पुत्र डबलू यादव पर लगा तो पढाई छोड़ कर अपराध की दुनिया में छोटुवा ने कदम रखा. पूर्व प्रमुख पुत्र डबलू यादव की त्या की. पूर्व प्रमुख के छोटे पुत्र टिंकू यादव पर भी दो-तीन वर्ष पूर्व पचगछिया कब्रगाह के निकट छोटुवा ने अपने सहयोगियों के साथ फायरिंग की थी. हालांकि टिंकू यादव बाल -बाल बच गया था. चर्चा है कि कटिहार में डकैती के बाद पुलिस मुठभेड़ में रोशन को गोली लगी है.
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अपराधी छोटुवा के भाई रोशन के घायल होने की चर्चा
गोपालपुर : गोपालपुर थाना क्षेत्र का लतरा गांव इन दिनों काफी चर्चा में है. घात -प्रतिघात व वर्चस्व की जंग में यहां कभी भी खूनी संघर्ष छिड सकता है. भागलपुर केंद्रीय कारा में बंद कुख्यात अपराधी छोटुवा व पूर्व प्रमुख पुत्र के बीच अदावत के कारण कई लाशें गिर चुकी हैं. पूर्व में जहां छोटुआ […]
दो दिन पहले दवाई लाने के नाम पर निकला था घर से : नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में चंदन की खोज में पहुंचे परिजन कह रहे थे कि कपड़ा और कद काठी से यह चंदन झा जैसा लग रहा है लेकिन चेहरा स्पष्ट नहीं है. उन्होंने बताया कि चंदन का पिछले दो दिन से कोई पता नहीं है. दो दिन पहले वह घर से कटिहार के काढ़ागोला दवाई लेने के लिए निकला था जो घर नहीं लौटा है. उन्होंने बताया कि चंदन झा की मां बीमार है.
कटरिया के चंदन झा की पहचान के लिए परिजन घटना स्थल से लेकर नवगछिया अनुमंडल अस्पताल तक आये थे. लेकिन पुलिस की गतिविधियों को देख परिजन भयभीत थे. लाश के पास पहुंच कर उसका चेहरा नही देख रहे थे. वहीं कई बार करीब जाकर भी देखा था लेकिन चेहरा स्पष्ट नही होने से दिग्भ्रमित हो जा रहे थे. इस दौरान चंदन के परिजन वहां मौजूद लोगों से बारबार पूछ रहे थे थे कि दूसरा शव किसका है.
हथियार गायब कर दिये
कटिहार : समझा जाता है कि लूट के घटना को अंजाम देने वाले आधा दर्जन अपराधियों के पास कई हथियार होंगे. जिसके बल पर लूटेरे अपराधियों ने लूट और पुलिस से मुकाबला करने का कार्य किया होगा. पुलिस ने अपराधियों से दो कट्टा और तीन गोलियां बरामद की हैं. जिसके बल पर अपराधियों ने लूट को अंजाम दिया. आखिर वह बांकी का हथियार कहां गया. जाहिर है लुटेरे अपराधी भागने के क्रम में वह हथियार फेंक दिया होगा. ऐसा भी हो सकता है कि लुटेरे के शार्गिद या करीबी उस हथियारों को कब्जे में लिया होगा. लुटेरों में महज दो के पास से हथियारों के मिलना दूसरे संदेहों की ओर इशारा कर रहा है. गहन पुलिस अनुसंधान में सारी स्थिति स्पष्ट हो सकती है.
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