भोपाल के दो मेडिकल कॉलेज में से एक में दाखिला दिलाने का वायदा
Advertisement
फर्जीवाड़ा . एजुकेशनल कंसलटेंसी चलाते हैं आरोपित
भोपाल के दो मेडिकल कॉलेज में से एक में दाखिला दिलाने का वायदा अभिभावक से कंसलटेंसी व कॉलेज के नाम पर लिये लाखों रुपये भागलपुर : तिलकामांझी में एनआइओएस कॉरपोरेशन नाम से एजुकेशनल कंसलटेंसी ने शहर के दो व बनियापुर (सारण) के एक व्यक्ति से डॉक्टरी में एडमिशन कराने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी […]
अभिभावक से कंसलटेंसी व कॉलेज के नाम पर लिये लाखों रुपये
भागलपुर : तिलकामांझी में एनआइओएस कॉरपोरेशन नाम से एजुकेशनल कंसलटेंसी ने शहर के दो व बनियापुर (सारण) के एक व्यक्ति से डॉक्टरी में एडमिशन कराने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी की है. इस मामले में उक्त तीनों पीड़ित ने तिलकामांझी थाना में एजुकेशनल कंसलटेंसी की संचालिका सहित दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
पीड़ित लोगों में जीरोमाइल के डॉ ब्रजेश कुमार की पत्नी सुभद्रा कुमारी, एलआइसी कॉलोनी निवासी युगल किशोर युगल तथा सारण के बनियापुर निवासी अरविंद कुमार सिंह हैं. तीनों ही लोगों ने अपनी बच्ची के एनइइटी (नीट-2017) में रैंक आने पर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराने को लेकर एजुकेशनल कंसलटेंसी से संपर्क किया. तिलकामांझी पुलिस ने तीन अलग-अलग मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
ये हुए एजुकेशन कंसलटेंसी के खिलाफ केस
डॉ ब्रजेश कुमार की पत्नी सुभद्रा कुमारी ने बताया कि कंसलटेंसी कंपनी से फोन आया कि शालिनी प्रिया बोल रही हूं. एमपी व यूपी में एमबीबीएस में नामांकन के लिए 45 लाख रुपये लगेंगे. इसमें पढ़ाई के साथ रहना व खाना भी होगा. वह अपनी बेटी के एडमिशन को लेकर तिलकामांझी के भवानंद कांप्लेक्स में बने दफ्तर में गयी. वहां पर शालिनी प्रिया ने मीनाक्षी मिश्रा व दीपक झा से मिलवाया. रजिस्ट्रेशन के नाम पर 25 हजार रुपये लिये. 18 अगस्त को तीन लाख रुपये नगद व पांच लाख रुपये का चेक पीपुल्स मेडिकल कॉलेज भोपाल के नाम से लिया. नौ सितंबर को सारे मेडिकल नामांकन बंद होने पर वह आरोपित से पैसा वापस करने के लिए कहा. मगर उन्होंने नहीं किया और पैसे खर्च होने की बात कही.
एलआइसी कॉलोनी के युगल किशोर युगल ने बताया कि नीट-2017 में रैंक होने पर एजुकेशनल कंसलटेंसी ने संपर्क किया. कंसलटेंसी कंपनी ने भोपाल के दो मेडिकल कॉलेज पीपुल्स मेडिकल कॉलेज व एलएन मेडिकल कॉलेज के बारे में बताया. उन्होंने अपनी बच्ची भोपाल के एडमिशन के लिए 18 अगस्त को तीन लाख रुपये एडवांस तथा पांच-पांच लाख का दो चेक यूको बैंक का दोनों मेडिकल कॉलेज के नाम से दिया. नौ सितंबर को सारे मेडिकल नामांकन बंद होने पर पैसा वापस मांगा तो उन्होंने नहीं दिया.
सारण के बनियापुर के अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि वह अपनी बच्ची के एडमिशन को लेकर आरोपित एजुकेशनल कंसलटेंसी के संपर्क में आये. उन्होंने दो लाख रुपये तथा पांच-पांच लाख का चेक पीएनबी बनियापुर का पीपुल्स मेडिकल कॉलेज, एलएन मेडिकल कॉलेज व जेके हॉस्पिटल के नाम से लिया. मेडिकल नामांकन बंद होने पर उनकी बच्ची का नाम नहीं आया. इसके बाद पैसा मांगा तो उन्होंने नहीं दिया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement