नाथनगर : गौराचकी पंचायत में इंदिरा आवास योजना में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद जहां शिकायतकर्ताओ में न्याय की उम्मीद जगी है, वहीं मामले को लेकर विभागीय कर्मियों पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. लाभुक पुनम देवी, धर्मेंद्र दास व सुनील दास ने आवास योजना के कर्मियों पर फर्जी लाभुक को पैसे लेकर लाभ देने का आरोप लगाया है.
सही लाभुक की दावेदारी करनेवाले सुनील दास, पूनम देवी व धर्मेंद्र दास अबतक टूटी-फूटी झोपड़ी में रहने को मजबूर हैं. उधर आवासकर्मियों पर सवाल खड़ा हो रहा है कि उक्त तीनों लाभुकों का दावा अगर सही है तो उनके बदले किसको लाभ दिया गया. सुनील दास के नाम पर 40 हजार रुपये किसके खाते में भेजा गया. वहीं भौतिक सत्यापन रिपोर्ट में सही लाभुक की जगह किसकी फोटो लगायी गयी है. इन सवालों को जवाब तो जांच के बाद ही मिल सकता है.
बता दें कि गौराचौकी पंचायत में अफसरों और कर्मियों ने मिल कर आवास योजना की प्रतीक्षा सूची से लेकर भौतिक सत्यापन रिपोर्ट में सही व्यक्ति का नाम व सारा डिटेल रहने दिया, मगर लाभ उसी नाम के दूसरे व्यक्ति को दे दिया है. वह भी ऐसे व्यक्ति को जिसके पास पहले से पक्का मकान है. यह कारनामा वित्तीय वर्ष 2016-17 का है. इसमें नाम, पिता का नाम, पत्नी का नाम, आधार कार्ड, राशन कार्ड का फोटो स्टेट और राशन नंबर, प्रधानमंत्री आवास योजना का आइडी नंबर योग्य लाभार्थी का रहने दिया, मगर फोटो बदल कर लाभ फर्जी लाभुक को दे दिया गया है.