भागलपुर : इंटर की छात्रा को अपहरण कर शराब पिलाने के बाद गैंगरेप की घटना में ट्विस्ट आ गया है. मंगलवार की रात सिर्फ पांच घंटे तक गैंगरेप नहीं, बल्कि पिछले छह दिन से छात्रा के साथ गैंगरेप करने की बात सामने आयी है. 14 नवंबर को ही आरोपित मनीष उर्फ अविनाश और सन्नी सिंह ने छात्रा का अपहरण कर लिया था. छह दिन तक उसे असलहे के बल पर सेंटअप परीक्षा दिलाने के लिए ले जाता था. माता-पिता से अलग-अलग फाेन नंबरों से आरोपित बात कराता था. इस दौरान आरोपित छात्रा की कनपटी पर असलहा सटाये रहते थे. उसे शराब के नशे में रखा जाता था. हर रोज उसके साथ गैंगरेप किया जाता था.
रविवार की रात में आरोपितों के रूम से वह बाहर निकली. तब जाकर दाेनों की दरिंदगी से बेटी को निजात मिली. यह बात मंगलवार को गैंगरेप की शिकार पीड़िता के माता-पिता ने पुलिस को बतायी.
पीड़िता व मुख्य आरोपित नहीं है एक ही गांव के पीड़िता के पिता की माने तो आरोपित मनीष उर्फ अविनाश रंगरा क्षेत्र के लंगड़ी गांव का निवासी है. एसएसपी मनोज कुमार को दी लिखित शिकायत में पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी बेटी गांव के एक स्कूल में इंटर की छात्रा है. वह एसएम कॉलेज रोड स्थित एक लॉज में रहकर कोचिंग करती थी.
14 नवंबर की शाम करीब पांच बजे कोचिंग से लौटते वक्त उसे मनीष राज उर्फ अविनाश, सन्नी व अन्य लोगों द्वारा अगवा करके हनुमाननगर स्थित भगवती अपार्टमेंट में ले जाया गया था. वहां शराब पिलाने के बाद उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया. सामूहिक दुष्कर्म से उनकी बेटी जिंदगी-मौत के बीच झूल रही है. मां ने एसएसपी से गुहार लगायी कि आरोपितों की गिरफ्तारी कर उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाये.
कार में बैठाकर ले जाता था परीक्षा दिलाने, विरोध करने पर होती थी पिटाई : पीड़िता के माता-पिता ने बताया कि उनकी बेटी को 14 नवंबर की शाम को अपहरण करने के बाद उसे भगवती अपार्टमेंट के रूम नंबर 201 में बंधक बनाकर रखा गया. इस दाैरान उसे शराब पिलाकर बेहोशी के आलम में रखा जाता था. आरोपित स्कूल में बेटी को सेंटअप परीक्षा दिलाने के लिए ले जाते थे. फिर वापस अपार्टमेंट में रखा जाता था. विरोध करने पर अविनाश, सन्नी मारते-पीटते भी थे. पीड़िता की मां की मानें, तो बेटी से जब भी मोबाइल से बात करायी जाती थी, तो नंबर बदला रहता था. उन नंबरों को री-डॉयल करने पर कभी गैस वाले, तो कभी किसी और का नंबर निकलता था. 19 नवंबर की रात में उसे शराब पिलाकर गैंगरेप किया गया. मौका पाकर बेटी दोनों को कमरे में बंद करके अपार्टमेंट से नीचे उतरी थी. नीचे मीटिंग कर रहे अपार्टमेंट के लोगों ने दोनों आरोपितों को कमरे से गार्ड के जरिये निकाल दिया जिससे दोनों भाग गये. बाद में पुलिस पहुंची और पीड़िता को पहले सदर हॉस्पिटल, फिर सोमवार की अलसुबह 3:35 बजे जेएलएनएमसीएच में भर्ती कराया गया.
स्त्री एवं प्रसूति विभाग पर पुलिस का पहरा
पीड़िता की सुरक्षा को लेकर स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग पर पुलिस की नजर बनी हुई है. यहां पर शिफ्टवाइज नौ महिला कांस्टेबल की तैनाती की गयी है, जबकि उसकी सुरक्षा की कमान महिला थानाध्यक्ष स्वयंप्रभा स्वयं संभाले हुए हैं. इसके अलावा विभाग के मेन गेट पर मायागंज हॉस्पिटल के सुरक्षा गार्ड के अलावा 24 घंटे एक-एक कांस्टेबल को तैनात किया गया है.