भागलपुर : नगर निगम ने कचरा उठाव के बाद इसके निष्पादन में नियम-कायदे का भी मजाक बना दिया है. जहां जी करता, निगम के कर्मचारी कचरा फेंक आते हैं. यह भी नहीं देखते कि वहां की हरियाली मर जायेगी या फिर प्रदूषण के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो जायेगा. नगर विकास एवं आवास विभाग […]
भागलपुर : नगर निगम ने कचरा उठाव के बाद इसके निष्पादन में नियम-कायदे का भी मजाक बना दिया है. जहां जी करता, निगम के कर्मचारी कचरा फेंक आते हैं. यह भी नहीं देखते कि वहां की हरियाली मर जायेगी या फिर प्रदूषण के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो जायेगा. नगर विकास एवं आवास विभाग भी इस मामले में कई बार सख्ती दिखायी.
पत्र भेजा. लेकिन निगम प्रशासन पर इसका कोई असर नहीं पड़ा.
क्या है नियम : सरकार ने ठोस कचरा प्रबंधन नियम 2016 बना दिया है और इसका हर हाल में नगर निकायों को अनुपालन करना ही है. नगर निकायों को घर-घर से कचरा उठाना, उसकी ढुलाई करना, प्रतिदिन सड़कों की सफाई करना और कचरे का प्रसंस्करण व निष्पादन भी करना है. लेकिन कचरा प्रबंधन नहीं किये जाने के कारण शहर का बाहरी इलाका नरक की तरह बनता जा रहा है.
वर्ष 2016 में बना था
ठोस कचरा प्रबंधन नियम
नगर निकायों को सौंपी थी कचरा प्रसंस्करण व निष्पादन की जिम्मेदारी