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पहलवान गिरोह का जिसने भी विरोध किया, मारा गया

कहलगांव : रानी दियारा निवासी कक्कू यादव की मंगलवार को हत्या के बाद कहलगांव-पीरपैंती के गंगा दियारा क्षेत्र में पहलवान गिरोह की चर्चा हो रही है. लोगों का कहना है कि पिछले ढाई साल में इस गिरोह के गुर्गों ने रानी दियारा व टपुवा दियारा में पांच लोगों की हत्या कर दी है. कहलगांव-पीरपैंती में […]

कहलगांव : रानी दियारा निवासी कक्कू यादव की मंगलवार को हत्या के बाद कहलगांव-पीरपैंती के गंगा दियारा क्षेत्र में पहलवान गिरोह की चर्चा हो रही है. लोगों का कहना है कि पिछले ढाई साल में इस गिरोह के गुर्गों ने रानी दियारा व टपुवा दियारा में पांच लोगों की हत्या कर दी है. कहलगांव-पीरपैंती में गंगा के आर-पार करीब दर्जन भर दियारा इलाके, गंगधार व गंगबरार जमीन पर इस गिरोह का वर्चस्व है. कहा जाता है कि इस गिरोह के पास कई यंत्रचालित बड़ी नौकायें, दो दर्जन से भी अधिक सदस्य और असलाहों की भरमार है.

पूर्व में भी छिड़ चुकी है वर्चस्व की लड़ाई
90 के दशक में कहलगांव-पीरपैंती के गंगा के आर-पार दियारा क्षेत्र में उस समय के कुख्यात अपराधी दीना यादव व रासबिहारी मंडल गिरोह के बीच वर्चस्व की जंग छिड़ी थी. पीरपैंती के पूर्व विधायक शोभाकांत मंडल के प्रयास से शांति बहाल हो पायी थी. दीना यादव की मौत और रासबिहारी मंडल द्वारा आम जीवन शुरू करने के बाद भीम दास टोला निवासी भोला मंडल ने अपना गिरोह बना कर यहां वर्चस्व स्थापित कर लिया.
कक्कू यादव की हत्या में भी इसी गिरोह का हाथ : कक्कू यादव की हत्या में पहलवान गिरोह का ही हाथ माना जा रहा है. ऐसा कक्कू के परिजनों के अलावा पुलिस भी मानती है. कहते हैं हाल में कक्कू यादव इस गिरोह के सरगना भोला मंडल की बादशाहत को चुनौती देने की लगातार कोशिश कर रहा था.
भोला मंडल का दियारा में जल-जमीन पर कब्जा : सूत्रों के अनुसार भोला मंडल गिरोह का गंगा के आर-पार बड़े इलाके में हुकूमत चलती है. मछली शिकारमाही, गंगबरार जमीन पर कब्जा व फसल लूट में इसका गिरोह शामिल है. बटेश्वर स्थान, रानीदियारा, टपुवा, एकचारी, मोहनपुर, खबासपुर, बकिया, अठनिया, तौफील, सिमाना चटैया, छोटी चटैया, रामनगर, बाखरपुर दियारा में इस गिरोह का जल-जमीन पर कब्जा है. इस गिरोह के खिलाफ आवाज उठाने वाले को मौत की नींद सुला दिया जाता है.
तीन भाइयों की बारी-बारी से कर चुका है हत्या : तीन भाइयों केशो मंडल, मिट्ठू उर्फ मिथिलेश मंडल व बिल्ला मंडल की बारी-बारी से भोला मंडल गिरोह ने हत्या कर दी थी. इनके अलावा टुनेश्वर मंडल और मंगलवार को कक्कू यादव की हत्या के पीछे भी भोला मंडल गिरोह का हाथ ही माना जा रहा है.
रानीदियारा में ढाई वर्षों में पांच लोगों को उतारा मौत के घाट
कौन है भोला मंडल :
पहलवान गिरोह का सरगना गंगा पार के रंगरा प्रखंड के तिनटंगा (दक्षिण) पंचायत का मुखिया भोला मंडल है. इसकी पुष्टि रंगरा के थानाध्यक्ष अजय कुमार आजाद ने भी की है. पिछले त्रिस्तरीय पंचायती राज चुनाव में भोला मंडल रंगरा प्रखंड से जिला पार्षद चुना गया था. इस वर्ष महादलितों के घर को सामूहिक रूप से जला देने और सामूहिक रूप से मारपीट करने के मामले में भी यह आरोपित है. उस मामले में वह अभी जमानत पर है.
कहते हैं एसडीपीओ
कहलगांव के एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल ने कहा कि कहलगांव-पीरपैंती दियारा में कोई गिरोह प्रभाव नहीं जमा सकता. गंगा के आर-पार के क्षेत्र में कांबिंग ऑपरेशन चलाा जायेगा.
कहते हैं रंगरा के थानाध्यक्ष
रंगरा के थानाध्यक्ष अजय कुमार आजाद ने बताया कि भोला उर्फ पहलवान का अापराधिक इतिहास पुराना है. 90 के दशक में यह गंगधार (कोल ढाब) पर अपनी हुकूमत चलाता था.
दियारा में पुलिस पिकेट स्थापित करने की मांग
बाढ़-कटाव के कारण वर्षों से रानी दियारा सहित कहलगांव व पीरपैंती के दियारा क्षेत्र के दर्जन भर इलाके उजड़ते-बसते रहे हैं. रानी दियारा में पूर्व में पुलिस पिकेट था, जिसे बाद में हटा लिया गया. भोला मंडल गिरोह की सक्रियता बढ़ने से रानी दियारा में पुलिस पिकेट शुरू करने की मांग उठती रही है. पीरपैंती के विधायक ने भी पुलिस के वरीय अधिकारियों से यहां पुलिस पिकेट स्थापित करने की मांग की है.

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